सीआरपीएफ न होती तो मेरा बचकर निकलना बहुत मुश्किल थाः अमित शाह
नई दिल्ली, 15 मई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में रोड शो के दौरान जिस तरह उनके कार्यकर्ताओं और उन पर हमला हुआ, अगर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) न होती तो वहां से उनका बचकर निकलना बहुत मुश्किल था।
शाह ने भाजपा मुख्यालय में बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में गत मंगलवार को कोलकाता में उनके रोड शो के दौरान हिंसा की घटनाओं के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वह इतना ही कहना चाहेंगे कि अगर सीआरपीएफ न होती तो उनका वहां से बच निकलना बहुत मुश्किल था। शाह ने कहा कि वह सौभाग्य से वहां से बचकर आएं हैं।
शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के 60 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। ऐसे में उन पर भी हमला होना स्वाभाविक था, इससे ये तय हो गया है कि तृणमूल कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है । उन्होंने कहा कि उन्हें डर नहीं लगता लेकिन यह सही है कि सीआरपीएफ न होती तो उनका बचकर लौट पाना मुश्किल होता।
शाह ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई है। वे ममता दीदी को बताना चाहेंगे कि उनकी एफआईआर से भाजपा वाले नहीं डरते। हमारे 60 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की जान तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने ली है फिर भी भाजपा ने अपना अभियान नहीं रोका है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर ममता दीदी यह संदेश देना चाहती हैं कि उन पर एफआईआर करने से भाजपा के कार्यकर्ता डर जाएंगे, उनको आश्वस्त करता हूं कि भाजपा का कार्यकर्ता और पश्चिम बंगाल की जनता सातवें चरण में और भी ज्यादा आक्रोश के साथ ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के शासन के खिलाफ मतदान करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब बंगाल की जनता ममता दीदी को हटाने का मन बना चुकी है और वह इस बात से पूरी तरह आश्वस्त हैं कि इस बार बंगाल में भाजपा 23 से अधिक सीटें जीतने जा रही है।
उल्लेखनीय है कि गत मंगलवार को कोलकाता में शाह के विशाल रोड शो के दौरान भाजपा और तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। हालांकि, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं के दौरान शाह को किसी तरह की चोट नहीं आई और पुलिस उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गई।