सपा की सरकार बनी तो रुक जाएगा श्रीराम मंदिर निर्माण : अमित शाह
जीत का चौका लगाना है, फिर से भाजपा की सरकार बनाना है : केशव
बुआ और बबुआ करते हैं जातिवादी और परिवारवादी राजनीति
उरई/झांसी,26 दिसम्बर(हि. स.)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि यूपी में यदि सपा के अखिलेश यादव की सरकार बनी तो हिंदुओं की आस्था का केंद्र राम मंदिर का निर्माण रुक जाएगा। वह रविवार को जीआईसी मैदान में जन विश्वास यात्रा में मौजूद हजारों कार्यकर्ताओं को मुख्य अतिथि के नाते संबोधित कर रहे थे।
श्री शाह ने हिंदुओं की धार्मिक आस्था को कुरदेते हुए कहा कि कारसेवकों पर गोली किसने चलवाई, कारसेवकों पर डंडे किसने चलवाए, वहां उपस्थित लोगों ने जवाब में मुलायम सिंह का नाम लिया। इस पर उन्होंने कहा कि सैकड़ों साल के संघर्ष साधु-संतों के सिखों की कुर्बानी के बाद दूसरी बार पीएम मोदी की प्रचंड बहुमत की सरकार बनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ किया है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में सपा की सरकार बन गई तो यह जान लीजिए कि राम मंदिर के निर्माण में वह सरकार निश्चित रोड़ा अटकाएगी।
उन्होंने सपा-बसपा पर तंज कसते हुए कहा कि बुआ-बबुआ की पार्टियां जातिवादी और परिवारवादी राजनीति करती है। इनसे सर्वसमाज का कभी भला नहीं हो सकता है, जबकि भाजपा सबके विकास के लिए काम करती है। श्री शाह ने कहा कि प्रदेश की जनता ने जिस तरह से 2014, 2017 व 2019 में भाजपा की सरकार बनाई है, अब चौथी बार 2022 में जीत का चौका लगाना है।
डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्या ने कहा कि चौथी बार भाजपा को जीत दिलाना है। यूपी में 300 के पार भाजपा को बहुमत दिलाना है। इसी तरह बुंदेलखंड में सभी 19 सीटों पर दूसरी बार फिर भाजपा की झोली में डालना है। यह काम आप जैसे मतदाता ही कर सकते हैं। संचालन जिला प्रभारी संजीव शृंगि ऋषि ने किया। केंद्रीय राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा, राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त रामबाबू निषाद,प्रियंका रावत, जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह बनर्जी, सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, सुधीर गुप्ता, क्षेत्रीय अध्यक्ष अन्नपूर्णा, पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत, जिला पंचायत अघ्यक्ष डॉ घनश्याम अनुरागी, एमएलसी रमा निरंजन, विधायक नरेंद्र सिंह जादौन, गौरीशंकर वर्मा, मूलचंद्र निरंजन, जगदीश तिवारी, दिलीप दुबे, शैलेंद्र सिंह, उद्योगपति शीतल सिंह सेंगर, ब्रजभूषण सिंह मुन्नू, उर्विजा दीक्षित, संजय त्रिपाठी, संजीव उपाध्याय, पूनम, रेखा वर्मा, सुुनीता वर्मा, रामप्रकाश मुखिया आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने की।
पहली बार गृहमंत्री के मंच पर 32 नेता थे मौजूद
आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पहली बार यह देखने को मिला,जिस मंच पर 7 से 10 लोगों को स्थान मिलता था, इस बार चुनाव के माहौल में गृह मंत्री अमित शाह व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या की मौजूदगी में 32 नेताओं को मंच पर जगह मिली।
कल्याण सिंह के बहाने बिरादरी को एकजुट करने की कोशिश की गंगाचरण ने
पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत ने अपने संबोधन में जब यह कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, जिनकी मंदिर निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उनके निधन और त्रयोदशी में सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और उनके परिवार के किसी सदस्य ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताने की जरूरत नहीं समझी,जबकि कल्याण सिंह ने भाजपा छोड़ी और सपा के साथ गठबंधन किया तो उस समय मुलायम सिंह उन्हें अपना सबसे सच्चा दोस्त बताते थे। यह साफ हो गया कि सपा में सिर्फ एक बिरादरी से मतलब रखते हैं।