संस्कृत के संरक्षण से भारत की संस्कृति को दुनिया में प्राप्त होगा गौरव : सर्वेश कुमार
बेगूसराय, 02 जनवरी (हि.स.)। वरिष्ठ भाजपा नेता और विधान परिषद सदस्य सर्वेश कुमार ने कहा है कि संस्कृत भाषा तमाम भाषाओं की जननी है। संस्कृत भारत का गौरव है, संस्कृत को संरक्षित कर ही भारत दुनिया में गौरव प्राप्त कर सकता है।
सरस्वती संस्कृत उच्च विद्यालय बेगूसराय में रविवार को विद्यालय शताब्दी समारोह-सह-स्मारिका विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सर्वेश कुमार ने कहा कि सरकार की ताकत से बड़ा समाज की ताकत है। संस्कृत विद्यालयों की समस्या को समाधान के लिए आप आगे बढ़े, मैं भी आपके साथ हूं। समय बहुत प्रतिकूल चल रहा है, विद्यालयों में बैंच, डेस्क तथा आधारभूत संरचना का अभाव है समग्रता से विचार करने की जरूरत है। संस्कृत भाषा को कंप्यूटर से जोड़ना पड़ेगा। ईमानदारी से संस्कृत विद्यालयों की समस्या के समाधान करने की आवश्यकता है।
समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष-सह-विधान परिषद सदस्य डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि संस्कृत भाषा के विकास से ही भारतीय संस्कृति का विकास संभव है। संस्कृत के समग्र विकास के लिए वह हमेशा से प्रयत्नशील हैं और इसके लिए जो भी बन पड़ेगा करते रहेंगे। समारोह को सामाजिक कार्यकर्ता रजनीकांत पाठक, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (सर्व शिक्षा) राजकमल तथा अन्य ने भी संबोधित किया। मौके पर विद्यालय के स्मारिका का विमोचन किया गया तथा सेवानिवृत्त शिक्षकों को चादर, पाग एवं बुके देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्वाति प्रिया, सान्या वर्मा, जूही कुमारी एवं निधि कुमारी ने नृत्य और संगीत की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थापक प्रधानाध्यापक डॉ. गौरीनाथ मिश्र भास्कर तथा संचालन वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार अग्नि शेखर ने किया।
समारोह को प्रधानाध्यापक प्रशांत कुमार, संस्कृत उच्च विद्यालय मेहदा शाहपुर के प्रधानाध्यापक नवीन कुमार चौधरी एवं नित्यानंद राय सहित अन्य ने संबोधित किया। इस अवसर पर डॉ. मदन मोहन झा ने संस्कृत विद्यालय में मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत अपने ऐच्छिक कोष से निर्मित डॉ. नागेंद्र झा स्मृति सभागार का उद्घाटन भी किया।