शिकागो विश्व हिंदू कांग्रेस की तैयारियां जोरों पर, विभिन्न क्षेत्रों में जुटेंगे शीर्ष दो हज़ार हिंदू नेता
शिकागो, 26 मई (हि.स.) । हिंदू समाज के ‘सुमंत्रित, सुविक्रांति’ के मूल मंत्र को लेकर शिकागो के विशाल वेस्टिन होटल में सात से नौ सितम्बर के बीच होने वाली द्वितीय विश्व हिंदू कांग्रेस कई मायनों में ऐतिहासिक होगा। इसमें करीब सौ देशों के दो हज़ार से अधिक हिंदू नेताओं के भाग लेने के बंदोबस्त किए जा रहे हैं। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारत से सांसदों के एक प्रतिनिधि मंडल के भाग लिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। शिकागो में स्वामी विवेकानंद के एतिहासिक उद्बोधन और उनकी 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित इस सम्मेलन की यह विशेषता होगी कि इसमें एक ही होटल में एक साथ इसके सात सभागारों में हिंदू समुदाय के विभिन्न सात पक्षों-संगठनात्मक (मंदिर व संस्थाएं), आर्थिक, शिक्षा, मीडिया, महिलाएं, युवा और राजनीतिक पर चर्चा होगी। इसके लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघ चालक डाक्टर मोहन भागवत, तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा, आर्ट आफ लीविंग से श्रीश्री रविशंकर और विश्व गायत्री परिवार से प्रणव पांड्या ने भाग लेने के लिए स्वीकृति दी है, तो राजनीतिक सम्मेलन में भारत से उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ तथा महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री देवेंद्र फड़नवीस भाग लेंगे। रिज़र्व बैंक आफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन आर्थिक सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे। इसमें नेपाल, मारिशस, फ़ीजी, इंडोनेशिया, सूरीनाम आदि देशों के शीर्ष राजनेता भाग लेने पहुंच रहे हैं। हवाई राज्य से तीसरी बार युवा सांसद तुलसी गाबर्ड ने सम्मेलन अध्यक्ष बनना स्वीकार किया है। हिंदू कश्मीरी समुदाय में अग्रणी और सम्मेलन के प्रवक्ता संजय कोल का कथन है कि ‘यह मात्र एक इवेंट नहीं है, महत्वपूर्ण घटना है, एक पहचान चिन्ह है, एक आंदोलन है जो समाज के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदू समाज की पहचान बनाने वाले विशिष्ठ लोगों की उपस्थिति ही दर्ज नहीं कराता, उन्हें सकारात्मक रूप में विश्व शांति, आदर, सम्भाव और विश्व कल्याण के लिए प्रेरित करता है। सम्मेलन के संयोजक स्वामी विजयानंद का कहना है कि आज दुनिया एक ग्लोबल मार्केट है और प्रत्येक देश का उद्देश्य रचनात्मक और सामूहिक सोच से आर्थिक शक्ति का पुनरुथान करना है।