मेहुल चौकसी को लेकर एंटीगुआ-बारबाडोस के पीएम ने भेजा संदेश
न्यूयार्क/नई दिल्ली, 27 सितम्बर (हि.स.)। बैंकों से कर्ज लेकर विदेश भागे मेहुल चौकसी के भारत प्रर्त्यपण को लेकर सरकार को एक बड़ी सफलता मिली है। एंटीगुआ-बारबाडोस के प्रधानमंत्री ने भारत सरकार को ये संदेश भिजवाया है कि भगौड़े मेहुल चौकसी को लेकर उनका देश एवं सरकार भारतीय जांच एजेंसियों की पूरी मदद करेंगे।
ये संदेश एंटीगुआ- बारबाडोस के विदेश मंत्री ने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासभा के 73वें अधिवेशन के दौरान भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दिया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि एंटीगुआ-बारबाडोस के विदेश मंत्री छेत ग्रीने ने न्यूयार्क में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। दोनों की मुलाकात यूएन महासभा के 73वें अधिवेशन की साइडलाइन में हो रही द्विपक्षीय वार्ताओं के दौरान हुई। भारत और एंटीगुआ-बारबाडोस द्विपक्षीय वार्ता के दौरान सुषमा स्वराज ने विदेश मंत्री छेत ग्रीने के सामने भगौड़े मेहुल चौकसी के प्रत्यर्पण मामले को उठाया। इस पर एंटीगुआ-बारबाडोस के विदेश मंत्री ने संदेश दिया कि उनके प्रधानमंत्री ने मेहुल चौकसी मामले में भारतीय जांच एजेंसियों एवं भारत सरकार की पूरी मदद करने को कहा है।
बैंकों के एनपीए की जांच के दौरान जांच एजेंसियों को पता चला था कि बहुत से लोगों ने सरकारी प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए हजारों करोड़ रुपये का बैंकों से कर्ज लिया और बाद में उसे लेकर फरार हो गए। इन्हीं में से एक मेहुल चौकसी गिरफ्तारी से बचने के लिए एंटीगुआ-बारबाडोस चला गया था। भारतीय जांच एजेंसियां लंबे समय से मेहुल चौकसी के प्रत्यर्पण के प्रयास कर रही है।