मेरठ में तेजी से फैल रहा स्वाइन फ्लू

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मेरठ, 11 फरवरी (हि.स.)। सर्दी लगातार पड़ने के कारण स्वाइन फ्लू का कहर बढ़ता जा रहा है। पूरे उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू के आधे मरीज अकेले मेरठ में मिलने से डॉक्टर भी हैरान हैं। उनका कहना है कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण स्वाइन फ्लू का प्रकोप बढ़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग इसे रोकने में नाकाम है और केवल टेमीफ्लू दवा बांटकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहा है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा स्वाइन फ्लू के केस मेरठ में मिल रहे हैं। वर्ष 2019 में मेडिकल काॅलेज के माइक्रोबायोलाॅजी विभाग में अब तक हुई जांच में मेरठ में 169 स्वाइन फ्लू के मरीज मिल चुके हैं। जबकि 71 मरीज अन्य जनपदों के पाए गए। स्वाइन फ्लू के चार मरीजों की मेरठ में अब तक मौत हो चुकी है।टेमीफ्लू टेबलेट बांट रहा स्वास्थ्य विभाग स्वाइन फ्लू के कहर के बीच चुप्पी साधे हुए है। लोगों को स्वाइन फ्लू के प्रति जागरूक करने की बजाय स्वास्थ्य अधिकारी केवल टेमीफ्लू टेबलेट बांटने में लगे हुए हैं। अस्पतालों में भी इस बीमारी से जागरूक करने वाले होर्डिंग्स व पंफलेट कहीं भी नजर नहीं आ रहे। किसी भी सरकारी और निजी अस्पतालों में लोगों को स्वाइन फ्लू के लक्षणों के बारे में नहीं बताया जा रहा।
प्रतिरोधक क्षमता कम होने से कहर बरपा : वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. विश्वजीत बैंबी ने बताया कि मानव शरीर की प्रतिरोधक क्षमता लगातार कम होने से स्वाइन फ्लू कहर बरपा रहा है। शुगर, तनाव, रक्तचाप, अस्थमा, सांस की एलर्जी जैसी बीमारियों के कारण शरीर की क्षमता घट रही है। ऐसे लोगों में स्वाइन फ्लू फैलने का रिस्क बहुत ज्यादा है। इसलिए स्वाइन फ्लू कहर बरपा रहा है। सर्वोदय नर्सिंग होम के डाॅ. नगेंद्र का कहना है कि खानपान की आदतें बिगड़ने से शरीर कमजोर हो रहा है। फास्ट फूड, चिकनाईयुक्त खाना, ज्यादा नमक खाने से प्रतिरोधक क्षमता कम हुई है। पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन कम होने से बीमारियां फैल रही हैं। मेरठ के सीएमओ डाॅ. राजकुमार का कहना है कि मेरठ में बसावट घनी होने के कारण एच1एन1 वायरस तेजी से फैल रहा है। लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।


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