मुकदमेबाजी के चलते लटका चारों धाम को जोड़ने वाला ‘ऑल वेदर एक्सप्रेस-वे’
नई दिल्ली (हि.स.)। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री मनुसख एल. मांडविया ने गुरुवार को लोकसभा में बताया कि उत्तराखंड में तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए गंगोत्री, यमनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ चारों धाम को हर मौसम में जोड़ने वाला निर्माणाधीन ‘ऑल वेदर एक्सप्रेस-वे’ मुकदमेबाजी के चलते पूर्व निर्धारित समय-सीमा से पिछड़ गया है।
केंद्रीय मंत्री मनुसख मांडविया ने लोकसभा में गुरुवार को रमेश पोखरियाल निशंक के एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि पारिस्थितिकी और पर्यावरण के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की देखदेख में तैयार हो रहे इस राजमार्ग को मार्च 2020 तक पूरा होना था। उन्होंने बताया कि 889 किलोमीटर लम्बी परियोजना पर अब तक 1800 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि अलग-अलग न्यायालयों में वन एवं पर्यावरण मंजूरी तथा अनापत्ति से संबंधित मुकदमेबाजी के कारण यह कार्यक्रम विलंबित हो गया। इसके पूरा होने की सही तारीख इन मुकदमों के अंतिम परिणाम पर निर्भर करती है। मांडविया ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर भू-स्खलन प्रतिरक्षण उपाय साल भर यात्रियों की बिना रुकावट सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेंगे।
मांडविया ने बातया कि चारधाम कार्यक्रम के अंतर्गत परियोजना को इंजीनियरिंग खरीद संविदा(ईपीसी) कार्यान्वयन मोड पर शुरू किया गया है। परियोजना के निर्माण की निगरानी और उसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उस परियोजना के लिए नियुक्त प्राधिकरण इंजीनियर द्वारा उसका पर्यवेक्षण किया जाता है। इसके अलावा मंत्रालय द्वारा भी इन परियोजनाओं की निगरानी की जाती है और चारधाम परियोजना के अंतर्गत संबंधित क्रियान्वयन एजेंसियों अर्थात् लोक निर्माण विभाग, उत्तराखंड सरकार, सीमा सड़क संगठन और रार्ष्टीय राजमार्ग अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा पर्यवेक्षण किया जाता है।