महाशिवरात्रि: शिवालयों में उमड़े शिवभक्त,छोटी काशी में बाबा भोलेनाथ के जयकारे गूंजे
जयपुर, 1 मार्च (हि.स.)। राजधानी जयपुर में महाशिवरात्रि पर महादेव के अभिषेक के लिए शिवालय-मंदिरों में मंगलवार सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। मंदिर प्रांगण हर हर महादेव, जय शिव शंकर, जय भोले के जय जयकारों से गूंजे उठे। भक्तों ने भगवान शंकर की विशेष पूजा अर्चना की। शिवलिंग पर जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक रुद्राभिषेक बेर, गाजर और बेलपत्र समेत कई चीजों का प्रसाद चढ़ाया गया। इसके लिए जयपुर शहर के सभी शिव मंदिरों में अल सुबह 4 बजे से ही दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया था। कोरोना महामारी के चलते राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों की पालना के साथ शिव भक्तों ने मास्क लगाकर जलाभिषेक कर दर्शन किए। वहीं बड़े शिव मंदिर प्रबंधनों की ओर से सभी व्यवस्था चाक-चौबंद नजर आई।
जयपुर शहर के झारखंड महादेव मंदिर,ताड़केश्वर महादेव मंदिर बनीपार्क के जंगलेश्वर महादेव, छोटी चौपड़ स्थित रोजगारेश्वर महादेव, झोटवाड़ा रोड स्थित चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर,रामगंज के ओंडा महादेव, विद्याधर नगर के भूतेश्वर महादेव, धूलेश्वर महादेव,चांदपोल बाजार जाट के कुएं स्थित निर्विकारेश्वर महादेव मंदिर में भीड़ नजर आई। जहां शिक भक्तों ने भोले बाबा का जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक और रुद्राभिषेक किया। साथ ही नगाड़ों की थाप पर भक्तों ने भजन भी गाकर भगवान शिव को रिझाया। इसके अलावा कूकस स्थित सदाशिव ज्योर्तिलिंगेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं ने दूध मिश्रित गंगाजल से अभिषेक किया। ट्रस्ट के संस्थापक की ओर से श्रद्धालुओं को दूध मिश्रित गंगाजल और बिल्व पत्र मंदिर की ओर से उपलब्ध करवाए गए। शिवरात्रि के पर्व पर मंदिरों में विशेष साज सज्जा की गई है। गलता तीर्थ में इस वर्ष भी कोरोना की वजह से महाशिवरात्रि पर मेला नहीं भरा। हालांकि गलता तीर्थ में दिनभर दर्शनों के लिए खुला रहा।
एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर इस बार भी बंद रहा
साल भर में एक बार खुलने वाला एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर इस बार भी बंद रहा। शिवरात्रि पर मोती डूंगरी स्थित एकलिंगेश्वर मंदिर के पट खोलने को लेकर श्रद्धालुओं ने सोमवार देर रात हंगामा किया। जिसके चलते मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
सुगंधित द्रव्यों से भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक
चांदपोल परकोटा गणेश मंदिर में स्थित परकोटेश्वर महादेव मंदिर में शिवरात्रि के उपलक्ष में भगवान को विजया भांग घोटकर फलों का रस अन्य कई सुगंधित द्रव्यो से भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक किया। इस अवसर पर सुबह से ही मंदिर में भक्तों का भगवान भोलेनाथ के दुग्ध अभिषेक बेलपत्र गाजर बोर मोगरी भगवान को अर्पित किए गए। इसके साथ ही विद्वान पंडितों के द्वारा रूद्र पाठों का आयोजन किया। इस आयोजन में बच्चों ने भी भगवान का अभिषेक कर पूजा अर्चना की। इस मौके पर पूरे मंदिर को फूलों से सजाया गया। इस मौके पर भगवान गणपति की अलौकिक झांकी सजाई गई।
महोत्सव में परकोटा गणेश मंदिर के प्रवक्ता अमित शर्मा,नव दुर्गा शक्ति पीठ के जय शर्मा, धर्म प्रचारक विजय शंकर पांडेय एवं भक्तों ने भगवान की पूजा अर्चना कर महाआरती की। धर्म प्रचारक विजय शंकर पांडेय ने बताया कि महिलाएं अपने पीहर से आए हुए शाकाहार से ही अपना व्रत खोलती है।
श्री गलता जी में महाशिवरात्रि पर नहीं भरा मेला
इधर उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ श्री गलता जी में गलता पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य महाराज के सानिध्य में प्रति वर्ष मनाया जाने वाला महाशिवरात्रि मेला इस वर्ष भी नहीं भरा।
युवराज स्वामी राघवेन्द्र ने बताया किया दर्शनार्थी श्री गलता जी में दिनभर दर्शन किया। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण मार्च 2020 से पवित्र कुण्डों,उनपर स्थित मंदिरों एवं आसपास के भवनों पर प्रवेश के जो रोक लगी हुई है वह जारी है। महाशिवरात्रि पर गलता गेट की ओर से प्रवेश की पूर्णतया निषेध रहा। घाट की गूणी-सिसोदिया रानी बाग से होते हुए श्री गलता जी को आने वाले प्रवेश सड़क मार्ग से प्रवेश खुला रहा। श्रद्धालु इस मार्ग से श्री गलता जी में आना- जाना रहा।
जेलों में बंद ढाई हजार बंदियों ने रखा शिवरात्रि का व्रत
प्रदेश की सेंट्रल,जिला और उप कारागारों में बंदियों ने महा शिवरात्रि को लेकर व्रत और पूजा पाठ का आयोजन किया है। शिव आराधना को लेकर जेल प्रशासन ने विशेष छूट देकर नियमानुसार पूजा पाठ के लिए प्रसाद एवं पूजा सामान उपलब्ध कराया गया।
जेल अधिकारी ने बताया कि जयपुर जेल से करीब 587 बंदी, उदयपुर, भरतपुर, अलवर, जोधपुर, कोटा और अजमेर सेंट्रल जेल में बंदियों ने पूजा पाठ करने और व्रत करने की अनुमति मांगी थी। नियमानुसार उनको अनुमति दी गई है और जेल परिसरों में स्थित मंदिरों में ही पूजा पाठ के लिए सामग्री उपलब्ध कराई गई है। जेल में बने मंदिरों में सवेरे से ही बंदियों की पूजा पाठ शुरु हो गई है। इस दौरान सुरक्षा के बेहद सख्त बंदोबस्त किए गए हैं। महाशिवरात्रि पर बंदियों को स्पेशल डाइट उपलब्ध कराई जाएगी। जेल मैन्युअल में भी शिवरात्रि और नवरात्रि के लिए स्पेशल डाइट के बारे में अनुमति दी गई है। लेकिन यह अनुमति उन बंदियों के लिए है जो पूजा पाठ और व्रत करते हैं। प्रदेश में करीब 22 हजार से ज्यादा बंदी बंद हैं। इनमें से करीब ढाई हजार ने व्रत रखे हैं बाकि बंदियों में से अधिकतर पूजा पाठ में व्यस्त रहे।