नारनौल, 14 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री मनोहरलाल प्रदेश में एक समान कार्य करने में लगे हुए हैं। क्षेत्रवाद उनकी कार्यशैली में शामिल नहीं है। इतना ही नहीं विकास के मामले में वे कोई कोताही भी नहीं बरतना चाहते। इसका ताजा उदाहरण उन्होंने देश में सबसे पहले हरियाणा में ज्वाइंटवेंचर कंपनी बनाकर साबित कर दिखाया है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय के साथ देश के सभी राज्यों को अपने यहां कॉपरेटिव फे डरलिज्म के माध्यम से रेल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए ज्वाइंटवेंचर कंपनी बनानी थी। इसमें मनोहर सरकार ने देश में लीड ली है और सबसे पहले रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचआरआइडीसी) का गठन कर दिया है। जोकि रेल मंत्रालय एवं हरियाणा सरकार की एक ज्वाइंट वेंचर कंपनी है। इससे पता लगता है कि हरियाणा सरकार प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर कितना गंभीर है।
इसी का परिणाम है कि पलवल से सोनीपत तक नई रेल लाइन बिछाने के लिए हरियाणा ओरबिटल रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट बन गया है। जिसकी डीपीआर तैयार की जा रही है। लगभग 130 किलोमीटर लंबाई की इस परियोजना पर 4100 करोड रूपये की अनुमानित लागत आएगी। यह परियोजना तीन वर्ष में पूरी होगी।
रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ को मिली सौगात :
दिल्ली के तिलक ब्रिज से चलकर सादलपुर तक चल रही गाड़ी संख्या 54011-12 को बढ़ा कर अब श्रीगंगानगर तक कर दिया गया है। क्षेत्र के लोगों की मांग को देखते हुए गुरूवार से इस गाड़ी का विस्तार किया गया है। रेल यात्री महासंघ पिछले काफी दिनों से इस गाड़ी का विस्तार किए जाने की मांग कर रहा था। इस गाड़ी के श्रीगंगानगर तक विस्तार हो जाने से अब गोगामेड़ी पवित्र धाम जाने के लिए लोगों को सीधी रेल सेवा मिल जाएगी। इस गाड़ी में चार रिजर्वेशन डिब्बों सहित कुल 22 डिब्बे लगाए जाएंगे। यह गाड़ी सायं 5.45 पर तिलक ब्रिज दिल्ली से चल कर वाया रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, सादुलपुर, हनुमानगढ़ होते हुए अगले दिन प्रात: 6.25 पर श्रीगंगानगर पहुंचेगी। इसी प्रकार इसी रेल लाइन पर एक अन्य गाड़ी श्रीगंगानगर से चल कर तिलक ब्रिज पहुंचेगी। इस गाड़ी के अलावा इस रूट पर एक नई इंटरसिटी ट्रेन चलाए जाएगी जिसको रेल मंत्री ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह नई ट्रेन भी इस रूट की पटरियों पर जल्द ही दौड़ती नजर आएगी। इससे क्षेत्र के लोगों को रेल सेवा का बडा लाभ मिलेगा।