योगी सरकार से मंत्री ओमप्रकाश राजभर बर्खास्त
लखनऊ, 20 मई (हि.स.)। योगी सरकार के मंत्रिमंडल से सोमवार को पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग जन विकास मंत्री ओमप्रकाश राजभर को राज्यपाल रामनाईक ने सीएम योगी की बर्खास्ती की सिफारिश पर अनुमोदन प्रदान कर दिया है।
सोमवार सुबह मुख्यमंत्री योगी ने राज्यपाल रामनाईक से यूपी सरकार के मंत्रीमण्डल की सदस्यता से पदमुक्त करने की सिफारिश की थी। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रस्ताव पर तात्कालिक प्रभाव से प्रदेश मंत्रिमण्डल की सदस्यता से ओमप्रकाश राजभर को मंत्री पद से मुक्त करने के लिये अपना अनुमोदन प्रदान कर दिया है।
निगमों के सदस्य भी बर्खास्त
वहीं, राजभर के बेटे अरविंद राजभर को उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम का अध्यक्ष नामित किया गया था। इसके अलावा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से जुड़े राणा अजित प्रताप सिंह को उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम का अध्यक्ष, ओमप्रकाश राजभर के सहयोगी सुदामा राजभर को पशुधन विकास परिषद का सदस्य, सुनील अर्कवंशी और राधिका पटेल को राज्य एकीकरण परिषद के सदस्य के लिए नामित किया गया था। महेश प्रजापति को उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग एवं विकास निगम में सदस्य बनाया था। इन सभी को भी योगी सरकार ने तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
राजभर को मिला बड़बोलेपन का खामियाजा
उल्लेखनीय है कि कैबिनेट मंत्री के बगावती सुर के कारण मुख्यमंत्री योगी को यह निर्णय लेना पड़ा है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भाजपा समेत मोदी व योगी सरकार के खिलाफ आए-दिन मनमानी बयान देते रहे हैं। भाजपा के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारने वाले राजभर ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को दस-दस जूता मारने व गाली की अपील की थी। घोसी संसदीय क्षेत्र की एक जनसभा में 17 मई को तो वह भाजपा को गाली देते हुए सुने गए। उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ है। इसी को देखते हुए योगी ने राजभर को मंत्रिमंडल से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की सिफारिश राज्यपाल से की थी।