भोजपुर विधान सभा में मुंगेरी लाल की तरह हसीन सपनों में खो गया दलीय उम्मीदवार
फर्रुखाबाद,12 फरवरी (हि.स.)। श्रृंगी ऋषि की तपस्थली भोजपुर विधान सभा मे छिड़ी चुनावी जंग में सभी उम्मीदवार बढ़-चढ़ कर चुनाव को उठाने में जुट गए हैं। इस विधान सभा में एक दलीय उम्मीदवार ऐसे भी है जो सजातीय मतदाताओं की अपने इर्द गिर्द भीड़ देख चुनाव जीत जाने का सपना मुंगेरी लाल की तरह देख रहे हैं। हालात यह है कि अपने निवास पर इन्होंने गैर जाति के लोगों से मिलना ही छोड़ दिया है। उनके आसपास मंडराने वाली भीड़ जब उनसे चुनाव जीत जाने की बात करती है तो वह गदगद हो जाते हैं।
भोजपुर विधान सभा में 17वीं बार विधान सभा चुनाव होने जा रहा है। इस विधानसभा में 1952 में पहला चुनाव हुआ था। उस समय इस विधान सभा को भोजपुर के नाम से जाना जाता था। इसके बाद इस विधान सभा को कमालगंज विधान सभा के नाम से जाना जाने लगा। वर्ष 2008 में हुये परिसीमन के बाद फिर इस विधान सभा का नाम भोजपुर विधान सभा कर दिया गया।मौजूदा समय में इस विधान सभा में छिड़े चुनावी महाभारत में भाजपा से नागेन्द्र सिंह राठौर, सपा से अरशद जमाल, बसपा से अलोक वर्मा और कांग्रेस से अर्चना राठौर चुनाव मैदान में है। भागीरथी के किनारे बसी इस विधान सभा में होने जा रहे चुनाव पर यदि नजर डाली जाए तो दिलचस्प नजारा देखने को मिल रहा है।
भाजपा उम्मीदवार नागेन्द्र सिंह राठौर का कमल भागीरथी के किनारे किनारे खिल कर यहां श्रंगीरिषी की यादें तरोताजा कर रहा है। भागीरथी के आसपास बलुई भूमि होने की वजह से साइकिल की रफ्तार धीमी पड़ गई है। बसपा के हाथी ने पंजा को कुचल दिया है। हिन्दुओं में हुए ध्रुवीकरण की बजह हाथी हाफ कर खड़ा हो गया है। इसके बाद भी सजातीय मतदाताओ के ऊपर चुनाव लड़ रहे सपा उम्मीदवार अरशद जमाल मुंगेरी लाल की तरह जीत के हसीन सपने देखने लगे है। उनके आसपास जमा हुई चुनावी चमचों की भीड़ उनसे बार बार चुनाव जीत जाने की बात कह कर उनके सपने को ओर गहरा कर रही है। अवसर वादियों ने उन्हें अभी से विधायक बना दिया है।
हालात यह है कि उनके समर्थक उन्हें 50 हजार मुस्लिम और यादवों की वोट देने की मजबूरी का गणित लगा कर उनकी जीत सुनिश्चित बता रहे है। अपने समर्थकों के गणित को देख यह उम्मीदवार गैर जाति के मतदाताओं से मिलने में भी गुरेज करने लगे है। चुनावी वैतरणी के भंवर में फसे यह उम्मीदवार गैर जाति के मतदाताओं से ठीक उसी तरह मिल रहे है जिस तरह से मंत्री मुलाकात करते हैं। इनसे मिलने आये लोग दरवाजे पर बैठे रहते है और यह धीरे से घर से खिसक जाते हैं। कुल मिला कर यह उम्मीदवार धारावाहिक के मुंगेरी लाल के हसीन सपनों में खो कर जीत के सपने देख रहे है। इस विधान सभा क्षेत्र में हो रहे चुनाव में निर्णायक की भूमिका लोधी मतदाता तय करेगा। सांसद मुकेश राजपूत की बजह से लोधी मतदाता भाजपा की झोली में जाता नजर आ रहा है। लोधी समाज के दिग्गज नेता कमल को मजबूती देने में जुटे हुए हैं।