बिहार में शराबबंदी की नीति का अध्ययन करने पांच सदस्यों की उच्च स्तरीय टीम पटना के लिए रवाना

0

जयपुर, 7 मार्च (हि.स.)। राज्य सरकार की ओर से बिहार में शराबबंदी की नीति का अध्ययन करने के लिए सोमवार को पांच सदस्यों की उच्च स्तरीय टीम पटना के लिए रवाना हुई है। इस दल में शराबबंदी के लिए आंदोलन कर रही पूजा भारती छाबड़ा भी शामिल है।

जयपुर से पटना के लिए रवाना हुए दल में शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा भारती छाबड़ा, आबकारी डिप्टी कमिश्नर विजय जोशी, विष्णु शर्मा, एमएल गुप्ता और गौरव छाबड़ा शामिल हैं। ये दल आगामी पांच से सात दिनों तक बिहार में रहकर शराबबंदी नीति पर रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री को सौंपेगी।

राजस्थान में शराबबंदी की मांग को लेकर जन आंदोलन चला रही शराबबंदी आंदोलन राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा भारती छाबड़ा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर बिहार में शराबबंदी की नीति का अध्ययन करने के लिए आबकारी विभाग का पांच सदस्यीय दल जा रहा है। इस दल में वे खुद भी शामिल हैं। जल्द ही बिहार की संपूर्ण शराबबंदी का अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौपेंगे। हमें उम्मीद है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जो गांधीवादी विचारों को मानते हैं, वे प्रदेश की आधी आबादी महिलाओं की इस समस्या को समझेंगे। साथ ही इन महिलाओं के मान सम्मान के लिए इस नीति को भी प्रदेश में लागू करेंगे।

यह पांच सदस्यीय दल राजस्थान में भी बिहार की तरह शराब के फार्मूले पर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगा। यह कैसे हो, इसका नफा-नुकसान क्या है, किस तरीके से इस बड़े मोर्चे पर कामयाबी मिलेगी, इन तमाम पहलुओं पर अध्ययन होगा। प्रदेश में शराबबंदी होती है तो इसका कितना आर्थिक नुकसान आएगा और इस आर्थिक नुकसान से कैसे निकला जा सकता है। बिहार की सरकार ने इस आर्थिक नुकसान तो पूरा करने के लिए क्या फॉर्मूला बनाया, इन सब बिन्दुओं पर चर्चा होगी।

राजस्थान में शराब से सरकार को सबसे मोटी कमाई होती है। हर साल 10 से 12 फीसदी टारगेट ग्रोथ के साथ विभाग को अच्छा राजस्व मिल रहा है। एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में हर साल करीब 12 हजार करोड़ का राजस्व सरकार को शराब से मिलता है। हालांकि सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इस बात को लेकर कई बार संकेत दे चुके हैं कि संपूर्ण शराबबंदी से राजस्थान के आर्थिक हालातों पर बहुत ज्यादा असर पड़ेगा, इसलिए प्रदेश में संपूर्ण शराबबंदी संभव नहीं है।


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *