बिहारः विपक्षी गठबंधन के उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही बगावत की सुगबुगाहट
हम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने दिया पद से इस्तीफा, दरभंगा सीट के लिए पहले ही नाराज चल रहे कीर्ति आजाद
पटना, 29 मार्च (हि.स.)। विपक्षी गठबंधन के घटक दलों के बीच शुक्रवार को सीटों के बंटवारे के बावजूद काफी कुछ साफ होना बाकी है। सीटों के बंटवारे को लेकर काफी उहापोह की स्थिति के बाद शुक्रवार को आरजेडी ने 19 और कांग्रेस ने 4 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की। इसके बाद भी विपक्षी गठबंधन में बिहार की कुछ अहम सीटों को लेकर उलझा मामला सुलझ नहीं पाया है। राजद ने अभीतक शिवहर सीट पर अपनी उम्मीदवारी साफ नहीं की है। वहीं, कांग्रेस कोटे की पटना साहिब और वाल्मीकि नगर की घोषणा अभी बाकी है।
राजद और हम में उम्मीदवारों की घोषणा होते ही कुछ नेताओं के बागी तेवर देखे जा रहे है। हम के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महाचंद्र प्रसाद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने पार्टी से अलग होने की बात नहीं कही है। उन्होंने कहा कि किसी पार्टी को बढ़ाने में कार्यकर्ता पूरी तन्मयता से इस उम्मीद में काम करता है कि उसे पार्टी में सम्मानजनक पद मिले। हम को खड़ा करने में उनका भी अहम योगदान है। हम में पहले से नाराज चल रहे नेताओं के साथ जाने के बारे में उन्होंने कहा कि हम मिलकर बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि गठबंधन में हम को काम के एक सीट और दो सीट नाम के लिए मिले हैं।
भाजपा से अलग होकर कांग्रेस में शामिल हुए कीर्ति आजाद पहले से ही दरभंगा सीट को लेकर नाराज चल रहे हैं। दरभंगा से राजद ने अब्दुल बारी सिद्दिकी को उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद कीर्ति आजाद का क्या रुख होगा, अभी निश्चित नहीं है। राजद ने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर अपना रुख़ साफ कर दिया है। इसे लेकर अब गेंद कांग्रेस के पाले में है।
गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद में भी कमोबेश यही स्थिति देखी जा रही है। सीटों का एलान करने के लिए अधिकृत किये गये राजद नेता तेजस्वी यादव से उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव नाराज चल रहे हैं। उन्होंने एकदिन पहले ही गुरुवार को छात्र राजद के संरक्षक पद से इस्तीफा दिया था। अब बताया जा रहा है कि शुक्रवार को राजद की सूची जारी होने के बाद तेजप्रताप की नाराजगी बढ़ गई है। हालांकि सारण लोकसभा सीट से राजद उम्मीदवार बनाए गए तेजप्रताप के ससुर चंद्रिका राय का दावा है कि इस संबंध में काफी भ्रामक खबरें उड़ाई जा रही हैं। उनका कहना है कि तेजप्रताप खुद राजद के स्टार प्रचारक हैं। सारण से उन्हें उम्मीदवार बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे परसा से छह बार विधायक रह चुके हैं इसलिए सारण की सीट पर उनके सिवा भला कौन खड़ा हो सकता था।
उल्लेखनीय है कि राजद ने अपने कोटे की 20 सीटों में से वैशाली से रघुवंश प्रसाद सिंह, गोपालगंज से सुरेंद्र राम, भागलपुर से बुलो मंडल, बांका, जयप्रकाश यादव, मधेपुरा से शरद यादव, दरभंगा से अब्दुल बारी सिद्दीकी, सीवान से हिना शहाब, महारागंज से रणधीर सिंह, सारण से चंद्रिका राय, हाजीपुर से शिवचंद्र राम, बेगूसराय से तनवीर हसन, पाटलिपुत्रा से मीसा भारती, बक्सर से जगदानंद सिंह, जहानाबाद से सुरेंद्र यादव, नवादा से विभा देवी, झंझारपुर से गुलाब यादव, अररिया से सरफराज आलम और सीतामढ़ी से अर्जुन राय को उम्मीदवार बनाये जाने की घोषणा की है। वहीं शिवहर सीट पर उम्मीदवारी तय नहीं हो पायी है।
कांग्रेस ने सुपौल से रंजीत रंजन, समस्तीपुर से डॉ. अशोक कुमार, मुंगेर से नीलम देवी और सासाराम से मीरा कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। इससे पूर्व कांग्रेस किशनगंज से मो. जावेद, कटिहार से तारिक अनवर और पूर्णिया से उदय सिंह के नाम की घोषणा कर चुकी है।