प्रतिभा और ऊर्जा से लोकतंत्र को मजबूत करने में योगदान दें युवा: बिरला
नई दिल्ली, 11 मार्च (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को कहा कि जैसे देश आगे बढ़ रहा है, युवाओं को भी अपनी प्रतिभा और ऊर्जा से विकास, लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने में योगदान देना चाहिए।
बिरला संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में तीसरे राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव (एनवाईपीएफ) के समापन सत्र में प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर बिरला ने कहा कि राष्ट्रीय युवा संसद युवाओं को लोकतांत्रिक और संसदीय प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी देने का एक अभिनव कार्यक्रम है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे युवाओं को नए भारत के निर्माण में भागीदारी करने का प्रोत्साहन मिल रहा है। युवाओं की बौद्धिक क्षमता और अपार ऊर्जा की सराहना करते हुए बिरला ने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत के नौजवानों की बढ़ती उपस्थिति से विश्व गुरु के रूप में भारत की स्थिति और अधिक मजबूत होगी ।
लोकसभा अध्यक्ष ने पूरी दुनिया में तेजी से हो रहे परिवर्तनों का उल्लेख करते हुए युवाओं से इन परिवर्तनों के अनुसार स्वयं को ढालने का आग्रह किया ताकि बदलती परिस्थितियों के अनुसार वे खुद को तैयार कर सकें और देश को भी आगे ले जा सकें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जैसे-जैसे देश आगे बढ़ रहा है, युवाओं को भी अपनी प्रतिभा और ऊर्जा से विकास, लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने में योगदान देना चाहिए। बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं के हर प्रयास में ‘नेशन फ़र्स्ट’ की भावना होनी चाहिए । बिरला ने यह भी कहा कि युवाओं को राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के वृहत लक्ष्य के लिए व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से कार्य करना चाहिए ।
विधानमंडलों में गरिमा और मर्यादा में कमी आने पर चिंता व्यक्त करते हुए बिरला ने कहा कि विधानमंडल बहस और चर्चा का मंच है न कि व्यवधान का । उन्होंने कहा कि विधेयकों पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए ताकि समाज के सभी वर्गों की आशाओं और आकांक्षाओं को कानूनों और विधानों में प्रभावी ढंग से शामिल किया जा सके।
बिरला ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति और राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान व्यवधान संसदीय परंपरा के अनुकूल नहीं है । इस बात पर जोर देते हुए कि जनप्रतिनिधियों को सदनों की गरिमा और मर्यादा को बढ़ाने के लिए पूरी लगन से काम करना चाहिए। बिरला ने कहा कि युवाओं को इस मुद्दे पर अपने प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने की महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।
इस अवसर पर बिरला ने तीसरे राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए और सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं दीं।
इससे पहले केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बिरला का स्वागत किया। युवा मामले और खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर लोक सभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह और राज्य सभा के महासचिव पी.सी.मोदी ने भी अपने विचार व्यक्त किए ।
युवा मामले और खेल मंत्रालय तथा लोक सभा सचिवालय के संसदीय लोकतन्त्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) द्वारा आयोजित तीसरे राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव (एनवाईपीएफ) का उद्घाटन 10 मार्च को संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में किया गया था।