पाक-अमेरिका को खुफिया जानकारी देने वाला ब्रह्मोस एयरोस्पेस का इंजीनियर गिरफ्तार
लखनऊ, 08 अक्टूबर (हि.स.) (अपडेट)। उत्तर प्रदेश की एटीएस और मिलेट्री इंटेलीजेंस ने महाराष्ट्र एटीएस की मदद से जासूसी के आरोप में डीआरडीओ के सीनियर इंजीनियर निशांत अग्रवाल को नागपुर से गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से लैपटॉप और मोबाइल मिले हैं, जिसमें पाकिस्तान व अमेरिका को खुफिया जानकारी देने के साक्ष्य हैं। अभियुक्त की निशानदेही पर आगरा और कानपुर से भी दो वैज्ञानिकों को पकड़ा गया है, जिसमें एक महिला भी शामिल है।
एटीएस के आईजी असीम अरुण ने इस बारे में सोमवार शाम प्रेसवार्ता कर मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पकड़ा गया अभियुक्त निशांत अग्रवाल उत्तराखण्ड के रुड़की का रहने वाला है। वह डीआरडीओ के ब्रह्मोस एयरोस्पेस में चार साल से सीनियर सिस्टम इंजीनियर के पद पर कार्यरत है। वह हाइड्रोलिक-न्यूमेटिक्स और वारहेड इंटीग्रेशन (प्रोडक्शन डिपार्टमेंट) के 40 लोगों की टीम को लीड करता है। इंजीनियर अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए की एक महिला एजेंट के जाल में फंसा था। आरोप है कि उसने ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट से अहम तकनीकी जानकारियां चोरी कर अमेरिका और पाकिस्तान में हैंडलर्स तक पहुंचाईं। फर्जी फेसबुक आईडी के जरिये मोटी रकम की नौकरी का लालच इंजीनियर को मिला था। पाकिस्तान की आईपी एड्रेस के जरिये निशांत की नागपुर से गिरफ्तारी की गई है। अभियुक्त के आवास से एटीएस ने एक लैपटॉप व मोबाइल बरामद किया है। इसमें मिसाइलों से जुड़ी कई जानकारियां पाकिस्तान को भेजे जाने के पुख्ता सबूत हैं। इसके अलावा हाल दिनों में रुस से जिन मिसाइलों को लेकर हिन्दुस्तान का समझौता हुआ था, इसकी भी जानकारी एजेंट ने पाकिस्तान और अमेरिका को दी है।
आईजी ने बताया कि निशांत अग्रवाल ब्रह्मोस के नागपुर और पिलानी साइट्स के प्रोजेक्ट का कामकाज देख रहा था। उसे पिछले साल 2017-18 के यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। निशांत को नागपुर की कोर्ट में पेश करने के बाद मंगलवार तक ट्रांजिड रिमांड पर लखनऊ लाया जायेगा।
रुस और भारत ने मिलकर बनाया ब्रह्मोस
जानकारी के मुताबिक, दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइल मानी जानी वाली ब्रह्मोस को भारत और रूस ने मिलकर विकसित किया है। ब्रह्मोस एक मध्यम दूरी की सुपरसोनिक मिसाइल है। यह मिसाइल जमीन, हवा और पानी, तीनों जगहों से दागी जा सकती है।