निषाद पार्टी का भाजपा के साथ गठबन्धन होने से अन्य दलों की नींद हराम

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निषाद समाज मित्रता निभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा: राम प्रसाद
प्रयागराज, 12 अप्रैल (हि.स.)। भाजपा व निषाद पार्टी का गठबन्धन होने से अब भाजपा प्रत्याशियों की जीत बिल्कुल ही आसान हो गयी है। निषाद पार्टी का भाजपा के साथ गठबन्धन होने से अन्य दलों की नींद हराम हो गयी है। कुछ राजनीतिक दलों को तो भाजपा व निषाद पार्टी के संयुक्त प्रत्याशियों के सामने चुनाव मैदान में उतारने के लिए कोई उम्मीदवार ही नहीं मिल रहा है जबकि छठवें चरण का नामांकन आगामी 16 अप्रैल से शुरू हो जायेगा।
उक्त बातें निर्बल इण्डित आम दल निषाद पार्टी की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष इन्द्रजीत निषाद ने विधान सभा करछना, प्रयागराज कार्यालय में शुक्रवार को कही। प्रदेश सचिव राम प्रसाद निषाद ने कहा कि निषादों की अनदेखी करने वाले दलों को इस चुनाव में समझ आ जायेगा कि निषादों के साथ अन्याय करने का परिणाम क्या होता है। उन्होंने कहा कि डा. संजय कुमार निषाद के नेतृत्व में निषाद समाज का कारवां अब रूकने वाला नही है। निषाद समाज डा. संजय कुमार निषाद के दिशा निर्देशों पर पार्टी अपना लक्ष्य अवश्य हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने निषाद पार्टी के साथ हाथ मिलाकर जो मित्रता कायम की है, निषाद समाज उस मित्रता को निभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि मित्र बनना व बनाना बहुत आसान है। मगर मित्र धर्म का पालन करना अत्यन्त ही दुष्कर है।
प्रदेश सचिव ने कहा कि निषाद समाज ने त्रेता युग में जिस प्रकार भगवान श्रीराम के साथ मित्रता का निर्वाह किया था। उसी प्रकार निषाद समाज के लोग अब भाजपा के साथ भी मित्रता का निर्वाह करेंगे। अभी तक निषाद समाज के लोग अन्य दलों के पास जाते थे। इस लोकसभा के चुनाव में निषाद समाज के लोग अपने साथ अब तक हुए अत्याचारों व नाइंसाफी का बदला अपने विरोधियों के खिलाफ एक-एक वोट देकर लेंगे। इस चुनाव में प्रयागराज एवं फूलपुर की जनता डा. रीता बहुगुणा जोशी एवं श्रीमती केशरी देवी पटेल को जिताने के लिए पूरी तरह से कमर कस चुकी है। भाजपा नेता पीयूष रंजन निषाद ने भाजपा व निषाद पार्टी का गठबन्धन कराने में जो सराहनीय योगदान किया है। बैठक का संचालन महासचिव फतेह बहादुर निषाद ने किया।
बैठक में विधान सभा अध्यक्ष करछना शिवपाल निषाद, विशाल साहनी, सूबेदार निषाद, जगदम्बा प्रसाद निषाद, रमेश चन्द्र निषाद, राम बहादुर निषाद सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। 


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