नकारात्मक सोच का प्रतीक है नोटा: अभाविप
बेगूसराय,03अप्रैल(हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता मतदाता जागरूकता संकल्प को पूरा करने को लेकर युद्ध स्तर पर लगे हुए हैं। अभाविप कार्यकर्ता सुबह में जहां कोचिंग के पास छात्र-छात्राओं से मिलकर मतदान के लिए उन्हें मतदान के लिए जागरूक कर रहे हैं। उन्हें मतदान की ताकत और तरीका बता रहे हैं वहीं, चिलचिलाती धूप में दिनभर गांव, मुहल्ला एवं हॉस्टल जाकर लोगों को वोट की ताकत बताया जा रहा है। अभियान का नेतृत्व कर रहे पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी ने बताया कि युवा अपना मताधिकार का शत-प्रतिशत उपयोग करें। इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पूरे देश में मतदाता नवजागरण अभियान चला रहा है। उन्होंने कहा कि युवा नोटा का बटन नहीं दबायें क्योंकि नोटा एक नकारात्मक सोच का प्रतीक है। वहीं, मतदान एक सकारात्मक सत्ता का प्रतीक है। अगर एक स्थिर एवं मजबूत सरकार चुनना है तो हमें अपने मत का प्रयोग करना होगा। युवा वर्ग मतदान के प्रति उदासीन रहते हैं। युवा जिस तरह से क्रिकेट या अन्य मनोरंजन के प्रति ज्यादा लगाव रखते हैं उसी तरह अगर अपने मत के प्रति जागरूक रहेंगे, तो अपने अनुसार सरकार चुन सकते हैं। सिर्फ सरकार पर आरोप लगाने से कुछ नहीं होगा कि सरकार जनता एवं युवा के लिए कुछ नहीं कर रही है। अगर सरकार पर दबाव बनाना है तो अधिक से अधिक संख्या में मतदान में भाग लेना होगा। अगर देश को मजबूत बनाना है तो हम लोगों को खुद मतदान करना होगा एवं दूसरे को भी अपने मत का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना होगा। लोकतंत्र में मतदान करना बहुत बड़ा हथियार है। इससे जात-पात, धर्म एवं वंशवाद की राजनीति करने वाले को करारा जवाब मिलेगा। अजीत चौधरी ने बताया कि 15 अप्रैल तक बेगूसराय के सभी 18 प्रखंडों में मतदाता जागरण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में अभाविप के 50 से अधिक कार्यकर्ता लगातार क्रियाशील होकर तन, मन से लोगों को जागरुक करने के साथ राष्ट्रवादी विचार धारा को मजबूत कर रहे हैं।