धर्मपरायण सरकार के लिये हो शत-प्रतिशत हिन्दू मतदान – विश्व हिन्दू परिषद
– विहिप ने की अधिक से अधिक मतदान की अपी
कानपुर, 23 जनवरी (हि.स.)। लोकतांत्रिक व्यवस्था का सौंदर्य है कि इसमें मतदाता ही सर्वशक्तिमान होता है, यही लोकतंत्र की शक्ति भी है। परन्तु यदि मतदाता अपनी शक्ति का प्रयोग नहीं करता है, तो यह शक्ति कमजोर हो जाती है।
स्वाधीन भारत के इतिहास में औसतन 50-60 प्रतिशत मतदाता ही अपने मत का प्रयोग करते हैं। ऐसे में धर्मपरायण सरकार के लिए शत प्रतिशत हिन्दू मतदान हो। यह बातें रविवार को प्रेस वार्ता कर विश्व हिन्दू परिषद के कानपुर प्रांत के प्रांतीय अध्यक्ष राजीव महाना ने कही।
विश्व हिन्दू परिषद कानपुर प्रान्त की परम्परागत अर्धवार्षिक प्रान्तीय बैठक का श्रीगणेश रविवार को प्रभु श्रीरामजानकी के चित्र का पुष्पार्चन दीप प्रज्वलन कर हुआ। जिसमें समरसता सप्ताह समेत पिछले छह महीनों में संगठन द्वारा हुए कार्यों की समीक्षा समेत आगामी छह महीने की कार्ययोजना पर भी महत्वपूर्ण चर्चा की गई। संगठन में आवश्यक परिवर्तन एवं विस्तार भी किया गया। संगठन द्वारा निर्धारित आगामी कार्यक्रमों में 05- 15 फरवरी बसन्तोत्सव, 02 अप्रैल को हिन्दू नववर्ष, सीतानवमी, रामोत्सव (10-17 अप्रैल), हनुमान जयंती, गोपाष्टमी के कार्यक्रम हर बस्ती मोहल्ले में सम्पन्न किये जाएंगे।
हिन्दू कन्या रक्षा, गौरक्षा, मठ-मन्दिर सुरक्षा, धर्मांतरण पर अंकुश जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण विषयों पर भी रणनीतिक चर्चा सम्पन्न हुई।
विश्व गुरु बनेगा भारत
प्रांतीय अध्यक्ष ने कहा कि हर हिन्दू परिवार को विश्व हिन्दू परिषद से जोड़कर सम्पूर्ण हिन्दू समाज को एक सूत्र में पिरोकर जातीय भेदभाव, छुआछूत जैसी बुराइयों से ऊपर उठते हुए एक राष्ट्रभक्त शक्ति के रूप में संगठित करना है। संगठित एवं राष्ट्रभक्त समाज ही भारत का नवनिर्माण कर विश्वपटल पर भगवा लहराते हुए भारत को पुनः विश्वगुरु के रूप में स्थापित करेगा। धर्मपरायण शासन में चिरप्रतीक्षित प्रभु रामलला की जन्मभूमि पर भव्य मन्दिर का निर्माण हो रहा है। आगे भी हिन्दू स्वाभिमान, भारतीय संस्कृति की गौरवमयी पुनःस्थापना के लिए मथुरा काशी से लेकर हिन्दू गौरव के हर सांस्कृतिक स्थलों मानबिन्दुओं को पुनः स्थापित किया जाएगा।
पत्रकार वार्ता को विश्व हिन्दू परिषद, कानपुर प्रान्त के प्रान्तीय अध्यक्ष राजीव महाना, प्रान्तीय मन्त्री वीरेन्द्र पाण्डेय, प्रान्तीय संगठन मन्त्री मधुराम ने सम्बोधित किया।