देश को राजा और महाराजा की नहीं ‘चौकीदार’ की जरूरत : मोदी
नई दिल्ली, 31 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान से जुड़ने वाले देशभर के समर्थकों को रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश को राजा और महाराजाओं की नहीं बल्कि ‘चौकीदार’ की जरूरत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की जनता ने 2014 में उन पर भरोसा जताया और उन्हें देश सेवा का मौका दिया। तब से वह इस जिम्मेदारी को निभा रहे हैं और राष्ट्र की संपत्ति को भ्रष्टाचारियों से बचाने में जुटे हैं। उन्होंने चौकीदार शब्द का भाव समझाते हुए कहा कि चौकीदार न कोई व्यवस्था है, न किसी यूनिफॉर्म की पहचान है और न ही किसी चौखट में बंधा है। असल में यह चौकीदार एक भावना है। मोदी ने कहा कि चौकीदार उनकी नजर में महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप के सिद्धांत की छोटी सी पहचान है।
प्रधानमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बालाकोट देश के सुरक्षा बलों ने किया। जहां तक निर्णय का सवाल आता है तो आपने इस देश में बहुत सारे प्रधानमंत्री देखें हैं या उनके विषय में सुना है। 2014 में भी कईं लोग उस कतार में थे। आज लाइन थोड़ी लंबी हो गई है। यदि मोदी अपने राजनीतिक भविष्य की सोचता, तो वो मोदी नहीं होता। यदी राजनीतिक पैंतरेबाजी से देश चलाना होता, अपने राजनीतिक हित को लेकर फैसले करने होते तो मोदी की देश को कोई जरूरत नहीं थी।
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक के बाद हालात का जिक्र करते हुए कहा कि डेढ़ माह बाद अब वहां हालात सामान्य हुए हैं। पाकिस्तान को लगा होगा कि लोकसभा चुनाव के कारण मोदी व्यस्त होगा। हालांकि मोदी ने साफ किया उनके लिए चुनाव से पहले देश है।
मोदी ने ‘मिशन शक्ति’ का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे देश के वैज्ञानिकों ने वो शक्ति हासिल की है जो हमसे पहले दुनिया के केवल तीन देशों के पास थी। स्पेश तकनीक को छिपाकर रखने के कांग्रेस के तर्क पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब अमेरिका जैसे देशों ने यह खुलकर किया तो हम इसे क्यों छिपाकर करते। पोखरण एक और पोखरण दो का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया को आपकी शक्ति का पता होना ही चाहिए।