दरभंगा में एम्स स्थापित करने के प्रस्ताव को स्वीकार किए जाने मेेंं कोई व्यवहारिक व्यवधान नहीं : कीर्ति आजाद
दरभंगा (हि.स.)। सांसद कीर्ति झा आजाद ने केन्द्र सरकार से राज्य सरकार द्वारा दरभंगा में एम्स स्थापित करने संबंधी प्रेषित प्रस्ताव को अति शीघ्र स्वीकार किए जाने का अनुरोध किया है।उन्होंने करते कहा है कि दरभंगा में एम्स स्थापित करने के प्रस्ताव को स्वीकार किए जाने मेेंं कोई व्यवहारिक व्यवधान उपस्थित नहीं होता है। उन्होंने कहा है कि बिहार में दूसरे एम्स की स्थापना हेतु बिहार सरकार द्वारा दरभंगा का प्रस्ताव केन्द्र को प्रेषित किया गया था। इस प्रस्ताव को केन्द्र सरकार द्वारा यह टिप्पणी करते हुए अस्वीकृत कर दिया गया कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज में विद्यमान ईमारतें हेरिटेज है। श्री आजाद ने दरभंगा में एम्स की स्थापना एवं केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्ताव स्वीकार करने हेतु अनुरोध के साथ संसद में मुद्दा उठाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार ने 2015-16 के बजट में बिहार के लिए दूसरा एम्स स्वीकृत किया था। मिथिलांचल का भू-भाग सर्वाधिक पिछड़ा क्षेत्र है। ढाई वर्षों के जद्दोजहद के बाद राज्य सरकार ने कुछ माह पूर्व दरभंगा के डीएमसीएच परिसर में एम्स स्थापित करने के उक्त प्रस्ताव को भेजा था जिसे अस्वीकृत कर दिया गया।। शर आजाद ने दरभंगा सहित मिथिलांचल में सूखा पीड़ितों की मदद के लिए भी आवाज उठायी है। उन्होंने कहा कि सूखा पड़ने की स्थिति में वित्तीय सहायता की मांग किये जाने के लिए कोई ज्ञापन प्रस्तुत नहीं किया है। मंत्रालय के इस उत्तर से स्पष्ट है कि बिहार सरकार को मिथिलांचल के दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर क्षेत्रों में भू-जल गिरावट के कारण किसानों को हुई क्षति या तो दिखाई नहीं देती है अथवा देखना नहीं चाहते है।