… जब ट्रेन के कम्पार्टमेन्ट में मना स्वतंत्रता दिवस
हजारीबाग, 15 अगस्त (हि.स.)। एक बार फिर साबित हुआ कि ईच्छा शक्ति होने पर कहीं भी और कभी भी त्यौहार मनाए जा सकते हैं। जब बात स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय त्यौहार की हो तो लोगों का सहयोग और समर्थन कहीं भी संभव है। इसी ईच्छा शक्ति के कारण रात बजते ही तिथि के परिवर्तन होने के साथ ही हावड़ा-कालका मेल के एसीबी-2 कम्पार्टमेन्ट में लोगों ने स्वतंत्रता दिवस मनाया। गतिमान ट्रेन में मौजूद सबसे बुजुर्ग इलाहाबाद के बी मल्लिक ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा थामा और कम्पार्टमेन्ट में मौजूद लोगों में से करीब एक दर्जन लोगों ने तिरंगे को सम्मान देते हुए राष्ट्रीय गान जन गण मन गाया। यह सब बंगला सीरियल बनाने वाले शास्त्री प्रोडक्शन से जुड़े बच्ची पौलोमी की ईच्छा शक्ति के कारण संभव हुआ। पौलोमी अपने परिजनों व शास्त्री प्रोडक्शन से जुड़े लोगों के साथ छुट्टियां मनाने हावड़ा कालका मेल से शिमला जा रही थी। प्रत्येक साल धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मनाने के कारण उसका मन कचोट रहा था कि इस बार इस पवित्र दिन में वह ट्रेन पर रहेगी। ऐसे में वह कैसे राष्ट्रीय त्यौहार मनाएगी ? उसने अपनी समस्या पिता सौरभ शास्त्री के समक्ष रखी । पिता ने उसकी ईच्छा की चर्चा अपने सहयोगी संजीव भट्टाचार्या से साझा की। इसके बाद संजीव ने कोलकाता से चलते समय ही राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा, दंड, रस्सी, राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा युक्त झंडी एवं तीन रंग केसरिया सफेद व हरा रंग का बैलून लिया। हावड़ा स्टेशन पर ट्रेन में सवार होने के समय दंड व राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा गलती से स्टेशन पर ही छूट गया, फिर भी ईच्छा शक्ति ने हार नहीं मानी। झंडी में से ही एक को निकालकर रास्ते में खुर्जा जंक्शन पर मौजूद फूल के पेड़ की टहनी को तोड़कर उसके कांटे और पत्ते की सफाई कर दंड का शक्ल दिया गया और उसी में झंडा लगाया गया। रास्ते में बैलून फुलाकर और झंडी लगाकर बोगी के कम्पार्टमेंट को सजाया गया। रात्रि के 12 बजने को जब हुआ तब सोए हुए कम्पार्टमेन्ट के लोगों को जगाया गया। मुख्य टीटीई सह सीआईटी दिल्ली नंद कुमार चौहान, एसी कोच अटेन्डेन्ट अजय सिंह व एस दास भी पहुंचे। इन सभी की मौजूदगी में राष्ट्रीय गान जन गण मन गाया गया और भारत माता की जय और स्वतंत्रता दिवस अमर रहे के नारों से कम्पार्टमेन्ट गुंज उठा। इस अवसर पर मौजूद झारखंड के गिरिडीह के जीतेन्द्र प्रसाद, सुधा देवी, हजारीबाग झारखंड के शाद्वल कुमार, अनुराधा आनंद, गया बिहार के आर के सिन्हा, जुलाना रोहतक हरियाणा के तरुण कुमार, कोलकाता के सागर, केडी, गुड़िया, संजीव भट्टाचार्या आदि ने राष्ट्रीय त्यौहार मनाने में सहभागिता निभायी। सभी ने केक और बिस्कुट खाकर झंडोत्तोलन के बाद कुछ मीठा खाने की औपचारिकता निभायी। इस प्रकार ट्रेन के एक छोटे से कम्पार्टमेन्ट में भी राष्ट्रीय त्यौहार स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मना।