जनसंघ के अध्यक्ष भी लड़ चुके हैं एटा लोकसभा चुनाव

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एटा, 30 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के पूर्व स्वरूप ‘जनसंघ’ के प्रथम अध्यक्ष ने अपना चुनाव एटा लोकसभा से लड़ा था।
चौकिये नहीं, ये जनसंघ के अध्यक्ष डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी नहीं, राव कृष्णपाल सिंह थे जो पहली लोकसभा (1951-52) में एटा सेंट्रल से चुनाव लड़े थे। रावसाहब हालांकि इस चुनाव में विजयी नहीं हो सके किन्तु 1962 के चुनावों में उन्होंने एटा की जलेसर लोकसभा सीट से विजित होकर संसद की शोभा बढ़ाई।
कम ही लोग जानते हैं कि जनसंघ का जन्म इसके अखिल भारतीय स्वरूप ‘भारतीय जनसंघ’ के गठन व डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के इसके अध्यक्ष चुने जाने से लगभग 6 माह पूर्व कानपुर के फूलबाग मैदान में हुआ था। पं. दीनदयाल उपाध्याय इस जनसंघ के महासचिव तथा एटा जनपद की अवागढ़ रियासत के राजकुमार तथा रियासत की ओर से मथुरा की जमींदारी संभालने वाले रावकृष्णपाल सिंह इसके अध्यक्ष बनाए गये थे। (मथुरा से 2019 में रालोद उम्मीदवार नरेन्द्र सिंह इन्हीं कृष्णपाल सिंह की पुत्री के पुत्र हैं। नरेन्द्र सिंह के दूसरे भाई मानवेन्द्र सिंह भी मथुरा से सांसद रह चुके हैं।) जनसंघ के अध्यक्ष के रूप में राव साहब के चयन में सुप्रसिद्ध संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी व संत करपात्रीजी महाराज की बड़ी भूमिका थी।
कालांतर में हिन्दूमहासभा के डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के प्रधानमंत्री नेहरू से मतभेद होने तथा उनके त्यागपत्र दे सरकार से अलग होने के बाद जनसंघ का दायित्व संभालने के बाद जनसंघ का अखिल भारतीय स्वरूप सामने आया।
पहली लोकसभा में एटा जिला तीन लोकसभा क्षेत्रों में विभक्त था। इसमें ‘22 एटा पश्चिमी’ क्षेत्र में मैनपुरी का पश्चिमी व मथुरा जिले का पूर्वी भाग शामिल किया गया था। जबकि ‘23 एटा सेंट्रल’ में मुख्यतः एटा जनपद के ही क्षेत्र रखे गये थे। इसके तीसरे क्षेत्र ‘24 एटा उत्तरी’ क्षेत्र में जिले के कुछ भागों के साथ बदायूं के भाग भी शामिल किये गये थे।
इस चुनाव में एटा पश्चिमी से कांग्रेस के दिगम्बर सिंह, सोशलिस्ट पार्टी के गंगासिंह व जनसंघ से बाबूराम यादव प्रत्याशी थे। चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी ने जीता जबकि जनसंघ प्रत्याशी 39641 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहा।
इसी प्रकार एटा सेंट्रल से कांग्रेस के रोहनलाल चतुर्वेदी कांग्रेस से, राव कृष्णपाल सिंह जनसंघ से, सियाराम निर्दलीय, बाबूराम वर्मा किसान मजदूर प्रजा पार्टी से तथा सत्यदेव सोशलिस्ट पार्टी से प्रत्याशी थे। चुनाव में कांग्रेस के रोहनलाल चतुर्वेदी विजयी रहे। जबकि जनसंघ को 38782 मतों के साथ दूसरा स्थान मिला।
एटा उत्तरी सीट से कांगे्रस ने रघुवीर सिंह, जनसंघ ने हाकिम सिंह, सोशलिस्ट पार्टी ने निहालुद्दीन को उतारा था। जबकि प्यारेलाल निर्दलीय रूप से मैदान में थे। यह चुनाव भी कांग्रेस प्रत्याशी ने जीता। जनसंघ 40769 मत पाकर यहां भी दूसरे स्थान पर रहा था।


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