जगदलपुर : प्रस्तावित बोधघाट परियोजना को निरस्त करने सौंपा राज्यपाल के नाम ज्ञापन
प्रभावित सभी ग्रामों के ग्राम सभा में बोधघाट परियोजना को पूर्ण रूप से निरस्त करने प्रस्ताव पारित
जगदलपुर, 22 दिसंबर (हि.स.)। चित्रकोट विधानसभा के लोहण्डीगुडा में बुधवार को 19 पंचायत के ग्रामीणों द्वारा जनसभा आयोजित किया गया। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज सहित अन्य समाज की मौजूदगी में प्रस्तावित बोधघाट परियोजना को पूर्ण रूप से निरस्त करने की मांग का ज्ञापन एसडीएम को ज्ञापन सौपा गया है। ज्ञापन में कहा गया है कि जल जंगल जमीन हमारा है, बोधघाट परियोजना बंद होनी चाहिए। प्रभावित ग्रामों के ग्रामीणों का कहना है कि प्रस्तावित बोधघाट परियोजना से 56 गांव डुबान व प्रभावित हो रहे हैं, इसलिए सभी ग्राम पंचायतों से ग्राम सभा की बैठक में बोधघाट परियोजना को पूर्ण रूप से निरस्त करने प्रस्ताव पारित किया गया।
मां दंतेश्वरी हित रक्षा समिति के अध्यक्ष सुकमन कश्यप ने कहा कि इंद्रावती नदी पर बोधघाट विद्युत एवं जल सिंचाई परियोजना हेतु प्रस्तावित है, जिसका सर्वेक्षण व अन्य कार्य का गुप्त रूप से किया जा रहा है। सर्वेक्षण के लिए डुबान क्षेत्र के ग्राम पंचायतों से किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं लिया गया है, जबकि यहां पांचवी अनुसूची पेशा कानून लागू है। प्रस्तावित बोधघाट परियोजना से 56 गांव डुबान व प्रभावित हो रहे हैं इसलिए सभी ग्राम पंचायतों से ग्राम सभा बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्तावित बोधघाट परियोजना को पूर्णरूप से निरस्त करने की मांग करते हैं।
पूर्व विधायक लछुराम कश्यप ने कहा कि भैरमगढ़, गीदम, नारायणपुर एवं लोहण्डीगुडा ब्लॉक के लोग बोधघाट परियोजना का विरोध करने पहुंचे हैं। कांग्रेस की सरकार बोघघाट परियोजना शुरू करना चाहती है। इस परियोजना से लोग प्रताड़ित हो रहे हैं, जमीन से बेदखल होने के डर से जगह-जगह बैठकें शुरू हो चुकी है।
ज्ञापन देने के दौरान 19 पंचायतों के ग्रामीणों सहित राजाराम तोडम, दशरथ कश्यप, डॉबसंत कश्यप, चंद्रभान कश्यप, भइसु मंडावी, रैतूराम मंडावी, शिव कुमार मंडावी,ललित कश्यप,मन्कुराम, केदार, सोनकुराम, मंगलूराम, बसंती राणा, देवीसिंह,मन्कुराम सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।