छत्तीसगढ़ : बचेली में बच्चों को जबरन चर्च ले जाने का भाजपा ने लगाया गंभीर आरोप
रायपुर , 1 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मंगलवार को कांग्रेस के गुप्त एजेंडे के तहत धर्मांतरण को बढ़ावा देने और शैक्षणिक क्षेत्र में धार्मिक भेदभाव का नया पाठ्यक्रम शुरू करवाने का गम्भीर आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हमेशा हाईकमान का हुक्म बजाने का दावा करते हैं तो वे यह बतायें कि किस हाईकमान के इशारे पर छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों को चर्च ले जाकर प्रेयर कराई जा रही है? भूपेश सरकार ने यह धार्मिक अनुष्ठान कब, कैसे और क्यों अपने शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल कर लिया? कांग्रेस को यह स्पष्ट करना होगा की दंतेवाड़ा के बचेली में आखिर क्यों बच्चों को जबरन स्कूल से चर्च ले जाया गया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष साय ने बचेली के एक स्कूल में बच्चों को चर्च ले जाकर प्रार्थना करवाने का मामला सामने आने का हवाला देते हुए कहा है कि कांग्रेस और उसकी भूपेश सरकार को भगवा ध्वज धार्मिक उन्माद, दंगा भड़काने की साजिश नज़र आता है। कर्नाटक के हिजाब मामले में कांग्रेस की राजदुलारी स्कूल में मनमर्जी के पहनावे की आजादी का इस्तेमाल कराना चाहती हैं और यहां भगवान राम को गरियाने वाले बापूजी के संस्कारी सपूत की सरकार स्कूल के बच्चों को चर्च ले जाकर धर्म विशेष की प्रार्थना कराने की छूट दे रही है। कांग्रेस की छद्म धर्मनिरपेक्षता का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है?
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि ईश्वर आराधना में कोई दिक्कत नहीं है लेकिन जहां विभिन्न आस्थाओं वाले बच्चे पढ़ते हैं, वहां किसी एक धर्म विशेष की ही आराधना क्यों? जिस स्कूल का यह मामला है वहां मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा में भी प्रार्थना कराई जाती तो सर्व धर्म समभाव की भावना प्रकट होती। मगर कांग्रेस के राज में यह संभव कहां है? कांग्रेस तो देश भर में धर्मांतरण का संरक्षण कर रही है। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा के मंदिर में जो नया प्रयोग किया गया है वह संकेत दे रहा है कि ‘छत्तीसगढ़’ में इस ‘मॉडल’ का फैलाव हो सकता है।