छत्तीसगढ़ विधानसभा : कांग्रेस विधायक ने सदन को बताई पीड़ा, विस अध्यक्ष ने जांच के दिए निर्देश

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रायपुर, 10 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ विधानसभा सदन में बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को शून्य काल में छन्नी साहू ने अपने साथ हुई घटना को उठाया। छन्नी साहू ने सुरक्षा छोड़ने और बिना सुरक्षा के घूमने के मसले पर सदन का ध्यान आकर्षित किया।
छन्नी ने कहा कि झूठी शिकायत पर मेरे पति के खिलाफ गाली गलौच करने का आरोप लगाकर एट्रोसिटी एक्ट के तहत जुर्म पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस प्रशासन ने जांच भी नहीं कराई। तीन महीने में जांच की नौटंकी की जा रही है। जब सत्ता पक्ष की विधायक सुरक्षित नहीं तो आम जनता जैसे सुरक्षित होगी। विधायक के पति को षड्यंत्र पूर्वक फंसाया जा रहा है। बिना जांच के कार्यवाही क्यों कि गई? खनिज विभाग के कूट रचित फर्जी मामला बनाया गया है।
महिला विधायक छन्नी साहू ने कहा कि मैं असमाजिक तत्त्वों के खिलाफ लड़ रही हूं। आज महिला विधायक सुरक्षित नहीं है तो कोई भी सुरक्षित नहीं है। गलत तरीके से एफआईआर किये। एक पक्षीय कार्रवाई की गई, आखिर कौन है जो व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने सदन में कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो, मैं आसंदी से न्याय की गुहार लगा रही हूं।
वहीं सदन में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जब यहां के विधायकों का सम्मान नहीं हो पा रहा है तो बाहर लोगों को क्या सम्मानित दिला पाएंगे। जब हम अपने विधायकों को सम्मान नहीं दिला पाएंगे तो फिर बाहर के लोगों के अधिकार और सम्मान की कैसे लड़ाई लड़ेंगे। कौशिक ने कहा कि जब हम अपने विधायकों को सुरक्षा सम्मान नहीं दिला पाए तो सदन चलाने का औचित्य ही नहीं है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि एक महिला विधायक को प्रशासन द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। वहीं गलती से महिला विधायक का नाम छन्नी वर्मा संबोधित किया। इस पर विस अध्यक्ष ने टोकते हुए कहा कि छन्नी साहू हैं। इस पर बृजमोहन ने कहा कि सही है वर्मा होती तो कार्रवाई ही नहीं होती। इस पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने आपत्ति जताई।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि हमारे उपर भी एट्रोसिटी एक्ट लगाया गया था, लेकिन इसी सदन में हटाया गया। जनता कांग्रेस जोगी के विधायक प्रमोद शर्मा ने भी पुलिस प्रताड़ना और फर्जी तरीके से केस लगाकर परेशान करने की सदन में शिकायत की। प्रमोद शर्मा का सदन में बयान सत्तापक्ष से जुड़े नहीं होने की वजह से गैरसत्ता पक्ष के विधायकों को परेशान किया जा रहा है। वही भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने जांच की मांग की। भाजपा विधायक नारायण चंदेल ने कहा कि राजनीतिक द्वेष से कार्रवाई लोकतंत्र के लिए खतरा है। पूर्व मंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि शराब माफिया, रेत माफिया यह सिद्ध कर रहे हैं कि जो भी भिड़ेगा विधायक छन्नी साहू जैसी हालत होगी। इसकी जांच कर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है।
विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि गृहमंत्री आप इन सभी मामलों की जांच करवा लें और 11 मार्च को सदन से उठने से पहले सदन को रिपोर्ट दें, उसके बाद मैं फैसला दूंगा। विधायक छन्नी साहू को दोगुनी सुरक्षा वापस करने की अध्यक्ष ने गृहमंत्री को दिया निर्देश दिए।


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