गांधी सदा प्रासंगिक और प्रेरणास्त्रोत रहेंगे : हरिवंश
रांची, 26 जनवरी (हि.स.)।
राज्यसभा के उपसभापति और वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश ने कहा कि गांधी सदा प्रासंगिक और प्रेरणास्त्रोत रहेंगे। उन्होंने महात्मा गांधी के राजनीतिक यात्रा की भी विशेष जानकारी दी। गांधी ही वह विकल्प हैं जिनसे दुनिया बच और ठहर सकती है। वे शनिवार को रांची प्रेस क्लब के सभागार में आयोजित युवा पत्रकार संजय कृष्ण के संपादन में पुनर्प्रकाशित महावीर के सत्याग्रह अंक के लोकार्पण और भवानी दयाल संन्यासी के जीवन पर आयोजित परिचर्चा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। हरिवंश ने कहा कि गांधी का सत्याग्रह न केलव इस पत्रिका का आधार है बल्कि इससे स्वतंत्रता के इतने दिनों बाद और भविष्य में भी मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होंने महात्मा गांधी केे राजनीतिक यात्रा की भी विशेष जानकारी दी और कहा कि महात्मा गांधी ने मानव इतिहास को रास्ता दिया है।
कार्यक्रम में पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि गांधीजी इस देश की मूल विचारधारा के प्रतीक हैं। गांधीजी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों का कोई विकल्प नहीं है। वहीं महावीर के सत्याग्रह अंक के संपादक संजय कृष्ण ने बताया कि महावीर का सत्याग्रह विशेषांक 1931 में निकला था। यह पत्रिका पटना से निकला करती थी और छह साल तक इसका जीवनकाल रहा। यह पत्रिका सत्याग्रह आंदोलन का जीवंत दस्तावेज है। पत्रिका मुझे संतुलाल पुस्तकालय में मिली। बिहार में भी यह पत्रिका उपलब्ध नहीं है। इसके पुनर्प्रकाशन से इतिहास की यह धरोहर नष्ट होने से बच गयी। प्रभात प्रकाशन ने इसे प्रकाशित किया है और यह ऑनलाइन भी उपलब्ध है। कार्यक्रम में रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश सिंह , प्रभात प्रकाशन के राजेश शर्मा ,खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ, रांची प्रेस क्लब के महासचिव शंभुनाथ चौधरी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।