कोई अल्पसंख्यक नहीं, हम सब एक हैं और संघ एकता के लिए कार्य करता है: मोहन भागवत
नई दिल्ली, 19 सितम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि संघ अल्पसंख्यक विचार पर विश्वास नहीं रखता । सभी भारतीय एक समुदाय हैं और संघ उन्हें आपस में जोड़ने पर विश्वास रखता है। संघ केवल इतना चाहता है कि सभी मातृभूमि की भक्ति करें।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बुधवार को यहां ‘भविष्य का भारत-संघ की दृष्टि’ विषय पर आयोजित व्याख्यान माला के तीसरे दिन प्रश्नों के उत्तर में उक्त बातें कहीं।
मोहन भागवत ने कहा कि अल्पसंख्यक विचार को संघ नहीं मानता । संविधान निर्माताओं ने जिनकी संख्या कम है, उनपर विशेष ध्यान देने के लिए इससे जुड़े प्रावधान किए हैं। प्रश्न उठता है कि क्या कश्मीर में मुस्लिम अल्पसंख्यक हैं। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि समाज के दूर-दूर रह रहे वर्ग आपस में एक-दूसरे के करीब आयें। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी संघ की शाखा लगती है, मुस्लिम समाज वहां अपने को सुरक्षित महसूस करता है।
संघ नेताओं के पहले के विचारों पर संघ की दृष्टि स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि समय काल और परिस्थिति के अनुरूप संघ कार्य करता है। संघ कोई बंद विचार लेकर नहीं चलता। वह समयानुसार इसमें बदलाव लाता रहता है। उन्होंने कहा कि संघ की शुरुआत करने वाले डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने तय नहीं किया कि संघ कैसे काम करेगा। परिस्थितियों के अनुरूप संघ विकास करता रहा। संघ के कार्यकर्ता क्या सोचते हैं, वह संघ की सोच दर्शाता है।