काशी के मेहमान होंगे जर्मन राष्ट्रपति

0

वाराणसी, 14 मार्च(हि.स.)। काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ की नगरी विश्व में भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में पहले से ही विश्व विख्यात हैं। मगर पिछले तीन चार वर्षो से जिस तरह अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर शहर को शक्तिशाली देशों के राष्ट्राध्यक्षों की बेहतरीन मेजबानी से ख्याति मिल रही हैं। इसके पीछे सिर्फ वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। उन्हीं के प्रभाव का नतीजा हैं कि जापानी प्रधानमंत्री और फ्रांसिसी राष्ट्रपति के बाद अब जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक वाल्टर स्टेनमीयर 22 मार्च को शहर के मेहमान बनेंगे। जर्मन राष्ट्रपति के प्रस्तावित आगमन का संकेत मिलते ही बुधवार को प्रशासनिक सरगर्मी भी बढ़ने लगी है। काशी दौरे में जर्मन राष्ट्रपति ​सारनाथ के बौद्ध मंदिर में रखीं महात्मा बुद्ध की अस्थियों का दर्शन करने के बाद धम्मेख स्तूप, खंडहर परिसर और संग्रहालय देख बीएचयू जायेंगे। इसके बाद शाम को गंगा आरती भी देखेंगे संकेत है। राष्ट्रपति काशी में रात रूक भी सकते हैं। जर्मनी के राष्ट्रपति की शहर में आने की आहट मार्च के प्रथम सप्ताह में ही मिल गई थी। जर्मन दूतावास और वहां के सुरक्षा दल का एक दस्ता शहर में अपने राष्ट्रपति के प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण और सुरक्षा प्रबन्ध पर चर्चा कर वापस लौट चुका है। दस्ते ने दौरे में पुरातत्व विभाग के अधिकारियों से भी मुलाकात की थी। जर्मन राष्ट्रपति के भव्य स्वागत के लिए तैयारी चलने लगी हैं। बीते 12 मार्च को फ्रांसिसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के स्वागत में पूरा शहर स्वागत के लिए उमड़ा। वीवीआईपी मेहमान की एक झलक पाने पर लोग आह्लादित रहे। ​इससे भी जिला प्रशासन गदगद है। हालांकि जर्मन राष्ट्रपति के स्वागत के लिए शहर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नही आयेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,केन्द्रीय और राज्यमंत्रियों की टीम स्वागत के लिए मौजूद रहेगी।


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *