करतारपुर गलियारा:16 अप्रैल को प्रस्तावित भारत-पाक की तकनीकी बैठक पर टिकी सभी की निगाहें
अमृतसर, 14 अप्रैल (हि.स.)। अनिश्चितताओं के बीच पाकिस्तान सरकार ने करतारपुर गलियारे के लिए भारत के साथ 16 अप्रैल को प्रस्तावित तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक की पुष्टि कर दी है। इससे पूर्व करतारपुर गलियारे को लेकर पाकिस्तान सरकार से पूछे गए कुछ प्रश्नों का कोई जवाब नहीं मिलने पर भारत की तरफ से 2 अप्रैल को प्रस्तावित बैठक रद्द कर दी गई थी।
करतारपुर गलियारा को लेकर भारत-पाकिस्तान के बीच तकनीकी विशेषज्ञों की दो बैठकें तय हुई थी। इसे लेकर पहली बैठक 19 मार्च को गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक में जीरो लाईन पर हुई थी। अन्य दो बैठकें दोनों देशों के उच्चाधिकारियों के मध्य तय थीं, जिसमें एक बैठक 14 मार्च को हो गई थी लेकिन 2 अप्रैल को होने वाली दूसरी बैठक भारत की तरफ से रद्द कर दी गई थी।
पाकिस्तान में खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती सरगर्मियों को देखते हुए पाकिस्तान ने भारत के साथ होने वाली दूसरी तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक पर चुप्पी साध रखी थी। पाकिस्तान सरकार ने अपने ट्वीट में भी कहा था कि अगर उच्चाधिकारियों वाली बैठक रद्द हो सकती है तो तकनीकी विशेषज्ञों वाली बैठक उससे ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है। इससे पाकिस्तान के नकारात्मक रुख का संकेत मिला था। साथ ही इसे पाकिस्तान का तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक से इनकार भी माना गया था।
दरअसल, भारत सरकार ने पाकिस्तान से बैठक से पहले कुछ प्रश्नों का जवाब माँगा था, जिसमें गुरद्वारा साहिब में श्रद्धालुओं के जाने की संख्या व समय समेत कुछ अन्य मामले थे। साथ ही पाकिस्तान में खालिस्तान स्थापना का अभियान चला रहे अलगाववादियों की सरगर्मियों पर पाबन्दी की बात कही गई थी। इन प्रश्नों को लेकर पाकिस्तान की ख़ामोशी को देखते हुए भारत सरकार ने 2 अप्रैल को दोनों देशों के उच्चाधिकारियों के मध्य होनेवाली बैठक रद्द कर दी थी। अब यह बैठक 16 अप्रैल को होगी, जिसमें करतारपुर से डेरा बाबा नानक (पाक से भारतीय क्षेत्र) में बनने वाले मार्ग समेत अन्य मसलों पर दोनों देशों के तकनीकी विशेषज्ञों के बीच बातचीत होगी।