कम निवेश का व्यवसाय है मधुमक्खी पालन, ग्रामीणों के लिए है मुख्य आर्थिक गतिविधि
— ग्रामीण नवयुवकों को रोजगार के लिए वितरित किये गये मधुमक्खी पालन के बॉक्स
कानपुर, 04 मार्च (हि.स.)। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के अधीन संचालित थरियांव स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में आज शहद का विमोचन किया गया। इसके साथ ही मधुमक्खी पालन बॉक्स का वितरण 75 बेरोजगार ग्रामीण नवयुवकों को किया गया।
केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर जगदीश किशोर ने बताया कि जो 75 ग्रामीण नवयुवक प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं उन्हीं प्रशिक्षणार्थियों को बॉक्स वितरित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि शहद का हब बनाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र थरियांव ने बीड़ा उठा लिया है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के समन्वयक/निदेशक डॉ अरविंद कुमार सिंह उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि कृषि को बढ़ावा देने के लिए किसानों के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं से किसानों को फायदा भी हो रहा है। उन्होंने बताया कि योजनाएं चलाने का मुख्य उद्देश्य कुल उत्पादन को बढ़ाने के साथ ही किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी करना है।
डॉ सिंह ने कहा कि खेती-बाड़ी के अलावा किसानों को और अधिक लाभ कैसे मिल सके, इसके लिए मधुमक्खी पालन योजना चलाई जा रही है। किसान खेती बाड़ी के साथ ही मधुमक्खी पालन कर अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन कम निवेश व्यवसाय उद्यम है और ग्रामीणों के लिए मुख्य आर्थिक गतिविधि है।
उन्होंने यह भी बताया कि सहित एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा करता है। इस अवसर पर जिला उद्यान अधिकारी राम सिंह ने कार्यक्रम की प्रशंसा की। इस कार्यक्रम में जनपद के उप निदेशक कृषि राम मिलन सिंह परिहार सहित केंद्र के सभी वैज्ञानिक एवं किसान उपस्थित रहे।