उप्र: पांच साल में बने सात गुना खेल स्टेडियम, अखिलेश बोले-खेल को भाजपा ने बर्बाद किया
हर उद्घाटन व शिलान्यास पर अखिलेश की बढ़ जाती बौखलाहट
लखनऊ, 02 जनवरी (हि.स.)। इस समय जहां कहीं भी भाजपा सरकार उद्घाटन व शिलान्यास करने जा रही है, सपा मुखिया का सबसे पहले उस पर प्रतिक्रिया आती है। अधिकांश कामों को वह अपना बताने का प्रयास करते हैं, वहीं इस बार खेल विश्वविद्यालय के शिलान्यास पर उन्होंने खेल इंफ्रास्ट्रक्चर बिगाड़ने का भाजपा पर आरोप लगाया है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो यह अखिलेश यादव का बौखलाहट मात्र है। उनको लगता है कि अंतिम समय में यह सब करके भाजपा अपने पक्ष में माहौल बना रही है।
जहां तक खेल का सवाल है। खेल प्रेमियों के अनुसार योगी की सरकार में प्रदेश के खेलों को काफी बढ़ावा मिला है। यूपी में भाजपा की सरकार बनने से पहले जहां बमुश्किल आधा दर्जन स्टेडियम ही मौजूद थे, जबकि ‘खेलो इंडिया खेलो’ अभियान के तहत 44 स्टेडियम बन चुके हैं या काम चल रहा है। जिला स्तर पर भी खेल विभाग की ओर से जिम, आउटडोर और इंडोर स्टेडियम, तरणताल जैसी तमाम सुविधाएं सरकार दे रही है।
प्रदेश के खेल एवं युवा मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने बताया कि खेल को बढ़ावा देने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में ग्रामीण खेल का आयोजन किया। खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों के कौशल को निखारने के लिए राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में मिनी स्टेडियम भी स्थापित कर रही है। प्रदेश में 20 मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। सरकार ने ऐसे और 30 स्टेडियमों को भी मंजूरी दी है जो निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं।
खेल निदेशक आरपी सिंह ने बताया कि पूरी कवायद के पीछे ग्रामीण क्षेत्रों में अपार प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच देना है। ग्रामीण क्षेत्रों में मिनी स्टेडियम स्थापित करके, सरकार युवाओं को खेल के क्षेत्र में अवसर और सुविधाएं प्रदान कर रही है।
बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में टोक्यो ओलंपिक में देश का नाम रौशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया था। युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ग्रामीण खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन कर रही है। आयोजन के लिए प्रत्येक जिले को 40,000 रुपये की राशि जारी की गई है।
खेल विभाग के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में खिलाड़ियों की रुचि को देखते हुए वित्त वर्ष 2018-19 में बजट में वृद्धि की गई। अब प्रखंड स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं भी शुरू हो गई हैं। वर्ष 2020-21 के दौरान 62 जिलों के 701 विकासखंडों में ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस अवधि के दौरान कुल 18 संभागीय और 6 अंचल स्तर की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, ताकि ग्रामीण युवाओं को अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन करने में सक्षम बनाया जा सके।