उद्यम संगम-2018 पर राष्ट्रपति ने जनता के नाम वीडियो कांफ्रेंस में दिया संदेश

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करनाल, 27 जून (हि.स.) । सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार की ओर से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम दिवस के अवसर पर ‘उद्यम संगम-2018 का आयोजन नई दिल्ली में विज्ञान भवन में किया गया। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंस के द्वारा करनाल के लघु सचिवालय में वीडियो कांफ्रैंस रूम में देखा गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को वीडियो कांफ्रैंस के माध्यम से बताया कि एमएसएमई के तहत सोलर चरखा मिशन के द्वारा महिलाओं के रोजगार संबंधी विषय में सहायता मिलेगी। उन्होंने बताया कि एमएसएमई के द्वारा जैड स्कीम ‘जीरो डिफेक्ट-जीरो इफेक्ट के तहत उत्पाद की गुणवता को सुधारने के लिए कार्यक्रम चलाए जाते हैं ताकि गुणवता में कोई कमी न आए, इससे वातावरण में भी प्रभाव नहीं पड़ता है और अपने उत्पाद को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला सकेंगे। उन्होंने कहा कि एमएसएमई अपने आसपास के क्षेत्रों में किफायती सामान उपलब्ध करवा रहा है, यही नहीं तेजस विमान के कईं पार्टस भी एमएमएमई से बनवाए गए हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि 90 प्रतिशत उद्यमी एमएसएमई में आते हैं तथा 50 प्रतिशत जीडीपी इससे प्राप्त होता है। उन्होंने तमिलनाडु के एक गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि इस गांव में सैनिटरी पैड का उद्योग लगाया गया है यह गांव अन्य के लिए प्रेरणा को स्त्रोत है तथा यह प्रदर्शित करता है कि कोई भी कार्य छोटा नहीं होता है। इस विषय में फिल्म भी बनी जो बहुत लोगों ने देखी ऐसे विषयों में और जागरूकता होनी चाहिए। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि भविष्य में भी एमएसएमई द्वारा और कईं योजनाएं लाई जाएंगी जो उद्यमियों के लिए फायदेमंद साबित होंगी। इस मौके पर करनाल की एमएसएमई की सहायक निदेशक मीनू धीमान उपस्थित थी। मीनू धीमान ने बताया कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम दिवस अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। इसी के तहत एमएसएमई विकास संस्थान करनाल में कार्यक्रम आयोजित किया गया।


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