इतिहास संकलन समिति करेगी आजादी के पथ प्रदर्शकों का सम्मान

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उदयपुर, 19 दिसम्बर (हि.स.)। देश के स्वाधीनता संग्राम में मेवाड़ और वागड़ के योगदान को लेकर इतिहास संकलन समिति की ओर से उदयपुर में 21 दिसम्बर को होने जा रही संगोष्ठी में मेवाड़-वागड़ के छह स्वाधीनता सेनानियों का स्मरण और अभिनंदन पत्र अर्पण किया जाएगा।

इतिहास संकलन समिति के क्षेत्रीय संगठन मंत्री छगनलाल बोहरा ने बताया कि समिति की ओर से स्वाधीनता सेनानियों लोक संत गोविन्द गुरु, रघुनाथ पालीवाल, मोतीलाल तेजावत, तख्तसिंह भटनागर, सुजानमल जैन व मास्टर किशनलाल वर्मा के स्वाधीनता संग्राम में योगदान को स्मरण कर और उनका सम्मान किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भारत सरकार की ओर से अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी महोत्सव के तहत इतिहास संकलन योजना, नई दिल्ली और भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में उदयपुर में जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ, प्रताप गौरव केन्द्र और इतिहास संकलन समिति की उदयपुर जिला इकाई की ओर से 21 दिसम्बर को विद्यापीठ के प्रतापनगर परिसर स्थित आईटी सभागार में ‘मेवाड़-वागड़ में आजादी की गूंज (1818-1947)’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन रखा गया है।

इस संगोष्ठी में उद्घाटन व समापन सहित कुल चार सत्र होंगे। उद्घाटन सत्र सुबह 10 बजे शुरू होगा जिसमें मुख्य अतिथि भारतीय इतिहास संकलन योजना, नई दिल्ली के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बालमुकुंद पाण्डे होंगे। विशिष्ट अतिथि भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के निदेशक ओम उपाध्याय होंगे। इस सत्र की अध्यक्षता राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत करेंगे। इसके बाद 11.55 बजे प्रथम सत्र व भोजनोपरांत 2.10 बजे दो तकनीकी सत्र होंगे। समापन सत्र अपराह्न 4 बजे से होगा जिसमंे मुख्य अतिथि उदयपुर के महापौर गोविन्द सिंह टांक होंगे, जबकि मुख्य वक्ता गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय नोएडा के पूर्व कुलपति प्रो. भगवती प्रसाद शर्मा होंगे।


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