इतिहास के पन्नों मेंः 22 जनवरी
चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया हैः भजन गायकी में अपने खास अंदाज की छाप छोड़ने वाले नरेंद्र चंचल का 22 जनवरी 2021 को निधन हो गया।
अमृतसर में नामक मंडी के एक पंजाबी परिवार में 16 अक्टूबर 1940 को पैदा हुए नरेंद्र चंचल ने बचपन से ही मां कैलाशवती को मातारानी के भजन गाते सुना। इससे पैदा हुई रुचि के बाद उन्होंने संगीत की शिक्षा ली और भजनों में ऐसा रम गए कि प्रशंसकों के बीच उन्हें ‘भजन सम्राट’ का मान दिया गया। वे माता वैष्णो देवी के दरबार में आयोजित होने वाले वार्षिक जागरण में भी हाजिरी लगाते थे।
नरेंद्र चंचल का फिल्मी सफर न काफी बड़ा था न आसान। लेकिन फिल्मों में जो भी गाया उसे आज भी पसंद किया जाता है। 1973 में रिलीज हुई फिल्म ‘बॉबी’ के गीत ‘बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो’ से वे मशहूर हुए और उन्हें फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। एक अन्य फिल्म ‘बेनाम’ का टाइटिल सॉन्ग ‘मैं बेनाम हो गया’ भी काफी पसंद किया गया।
हालांकि असली लोकप्रियता मिली फिल्म 1980 में रिलीज हुई फिल्म ‘आशा’ के गीत ‘तूने मुझे बुलाया शेरावालिये’ से। इस गीत ने उन्हें घर-घर में मशहूर कर दिया। फिल्म ‘अवतार’ का एक भजन ‘चलो बुलावा आया है’ भी उनकी लोकप्रियता का उदाहरण है, जिसने उन्हें उस दौर के फिल्मकारों का पसंदीदा भजन गायक बना दिया। उन्होंने कई दूसरी फिल्मों में भी भजन गाए।
अन्य अहम घटनाएंः
1666ः मुगल बादशाह शाहजहां का निधन।
1892ः भारत के महान क्रांतिकारियों में शामिल ठाकुर रोशन सिंह का जन्म।
1934ः सुप्रसिद्ध फिल्म निर्माता विजय आनंद का जन्म।
1949ः त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार का जन्म।
1972ः अभिनेत्री नम्रता शिरोडकर का जन्म।
1976ः कर्नाटक संगीत शैली के सुप्रसिद्ध गायक व मैग्सैसे पुरस्कार से सम्मानित टीएम कृष्णा का जन्म।