आरक्षण के मुद्दे पर अन्य राज्यों की स्थिति का अध्ययन करेगी हेमंत सरकार
रांची, 07 मार्च (हि.स.)। झारखंड विधानसभा बजट सत्र के छठे दिन सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछड़ी जातियों को 27 प्रतिशत आरक्षण देने के मुद्दे पर कहा कि राज्य सरकार अन्य राज्यों की स्थिति का अध्ययन कर विधि सम्मत निर्णय लेगी।
आजसू विधायक लंबोदर महतो ने सदन में मुख्यमंत्री प्रश्नकाल के दौरान ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण का मुद्दा उठाया। इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष पहले यह बताए कि पिछड़ों के आरक्षण को 27 प्रतिशत से घटाकर 14 प्रतिशत किसने किया। पूर्व में सदन नेता ने भी कहा है कि पिछड़ों का आरक्षण नहीं बढ़ेगा। हमेशा सदन में तमिलनाडु और महाराष्ट्र का उदाहरण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पिछड़ों के आरक्षण को बढ़ाया गया है। उसके आधार पर राज्य सरकार अन्य राज्यों का अध्ययन कर विधि सम्मत निर्णय लेगी।
स्पीकर अंबा प्रसाद पर बिगड़े
स्पीकर ने कांग्रेस विधायक अम्बा प्रसाद और भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही बिगड़ गए। दरअसल स्पीकर ने अम्बा को सवाल पूछने का मौका दिया था। इसपर अम्बा अपना सवाल पूछ रही थीं, जो कि काफी लंबा था। इसपर स्पीकर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आपको दो साल से समझा रहा हूं कि अपना सवाल छोटा रखें। इसके बाद जब अम्बा आगे बढ़ीं और सवाल पूछने के दौरान उन्होंने एक हिंदी दैनिक में छपी खबर का हवाला दिया। इसपर दुबारा स्पीकर नाराज हो गए और उन्होंने कहा कि यह सवाल आपका है कि अखबार का?
नीतिगत सवाल नहीं होने से मुख्यमंत्री ने नहीं दिया जवाब
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अम्बा के सवाल का जवाब नहीं दिया। उन्होंने यह कहा कि यह नीतिगत सवाल नहीं है। ऐसे में मुख्यमंत्री प्रश्नकाल के दौरान इसका जवाब नहीं दिया जा सकता है।
भानु को भी स्पीकर ने बैठाया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा दिये जा रहे जवाब के दौरान भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही खड़े होकर बोलने लगे। इसपर स्पीकर नाराज हो गए। स्पीकर ने कहा कि भानु जी बैठिए। आप बैठिए, क्या बोलियेगा आप। मुख्यमंत्री प्रश्नकाल में सवाल डालना था आपको। ऐसे ही खड़े होकर आप मुख्यमंत्री प्रश्नकाल का समय बर्बाद नहीं कर सकते हैं।