आपातकाल पर पीएम मोदी की टिप्पणी से भड़की कांग्रेस ने निकाली भड़ास
नई दिल्ली, 26 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आपातकाल पर मुंबई में दिए गए भाषण पर खिसियाई कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस पार्टी ने उनकी तुलना दिल्ली की सल्तनत के क्रूर शासक रहे औरंगजेब से करते हुए कहा कि 49 माह में देश ने इसको महसूस किया है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री के आपातकाल वाले बयान पर कहा कि इस समय देश में भय एवं आतंक का माहौल है, क्योंकि आज के ‘औरंगजेब मोदी जी’ ने पूरे प्रजातंत्र को बंधक बना रखा है। देश में आतंक का माहौल है, जिसका शिकार आदिवासी, पत्रकार, गरीब यहां तक की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी हुई हैं। सुरजेवाल ने आपातकाल का तर्क देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जनसंघ समर्थित ज़मीदारों, सूदखोरों से आज़ादी दिलाने की लड़ाई लड़ी थी।
इंदिरा गांधी ने भूमि सुधार पर काम कर वंचितों को अधिकार दिलाने पर काम किया। देश के बैंकों को राष्ट्रीकृत किया, ताकि गरीब भी वहां तक पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज भी केवल उद्योगपति बिरादरी का ही ख़्याल करते हैं। क्या इंदिरा गांधी और कांग्रेस को कोसने से अच्छे दिन आ जायेंगे। क्या काला धन के 15 लाख रुपये सबके खातों में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कोसकर क्या आलोचना से युवाओं को रोज़गार मिल जायेंगे। महिलाओं पर अपराध और दुराचारों से मुक्ति मिलेगी।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी की ओर से आपातकाल को याद किये जाने को लेकर आरोप लगाते हुए कहा कि देश के इतिहास के पन्नों को तोड़ मरोड़कर पेश करने से अर्थव्यवस्था सही नहीं हो जायेगी। कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने 49 माह के शासन अनुसूचित जाति- जनजाति (एससी-एसटी) पर इस सरकार में अत्याचार बढ़े है। धर्म-जाति, वेश-भूषा के नाम पर सरेराह क़त्ल किया जाता है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति (प्रधानमंत्री मोदी) के महिमामण्डन के लिए जनता के 11 सौ करोड़ रुपए विज्ञापन के नाम पर ख़र्च कर दिए गए।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की सलाह ‘आपातकाल को पाठ्यक्रम में शामिल’ करने के सवाल पर सुरजेवाला ने कहा ये पद की गरिमा, मर्यादा की परिपाटी का चीरहरण हो रहा है। संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्ति इस तरह अनादर करेंगे तो यह दुखद है। मोदी सरकार को जनादेश उनके किए वायदों के आधार पर मिला था, पहले उन्हें इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज देश में आतंक का माहौल है। फ़सल की क़ीमत मांगने पर किसान को गोली मार दी जाती है।