आईसीआईसीआई बैंकः सीईओ चंदा कोचर की छुट्टी पर विवाद, बैंक ने भेजा खंडन
नई दिल्ली, 1 जून (हि.स.)। दिल्ली की बढ़ती गर्मी व मुंबई में बढ़ते हवा के घनत्व के बीच आईसीआईसीआई बैंक प्रबंधन का वातावरण भी कुछ ज्यादा ही गर्म है। एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के खंडन के लिए बैंक प्रबंधन ने विज्ञप्ति जारी की है। इसमें कहा गया है कि अखबार में प्रकाशित तथ्य बिलकुल ही गलत है क्योंकि बैंक की सीईओ व एमडी चंदा कोचर को छुट्टी पर प्रबंधन ने नहीं भेजा है बल्कि वह अपनी मर्जी से गई हैं। इसमें बैंक प्रबंधन बोर्ड की ओर से कहा गया है कि बैंक ने चंदा कोचर के खिलाफ अभी तक कोई जांच कमिटी नहीं बैठाई है। हालांकि दो दिन पहले बैंक के प्रवक्ता कौशिक दत्ता की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया था कि चंदा कोचर के खिलाफ शिकायत करने वाले ह्विसलब्लोअर के खिलाफ अंतरिम जांच कमेटी का गठन किया गया है। इस बीच स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक ने सवाल किया है कि जब जांच ही चंदा कोचर की शिकायत से संबंधित है तो कोचर को पद पर बनाए रखना किसी भी हिसाब से सही नहीं है। उल्लेखनीय है कि चंदा कोचर का मामला बैंक की ओर से वीडियोकॉन कंपनी को 3,250 रुपये लोन से देने से संबंधित है। इस मामले में आरोप लगाया गया है कि लोन स्वीकृत करने वाली कमेटी में खुद चंदा कोचर भी मौजूद थीं। हालांकि कहा यह जा रहा है कि यह स्वार्थ से जुड़ा मामला है क्योंकि चंदा कोचर के पति दीपक कोचर वीडियोकॉन के मालिक वेणुगोपाल धूत के कारोबारी मित्र हैं। साथ ही लोन स्वीकृति के बाद धूत ने अपनी एक कंपनी न्यूपावर की हिस्सेदारी दीपक कोचर के ट्रस्ट के नाम कर दी क्योंकि चंदा कोचर ने उन्हें आईसीआईसीआई बैंक से लोन दिलाने में मदद की थी। इस मामले में केंद्र सरकार की जांच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक प्राथमिक जांच शुरू की है। साथ ही इस मामले में ईडी व आयकर विभाग भी जांच कर रही है। हालांकि बैंक प्रबंधन शुरू से ही इस मामले में अपनी जिद्द पर अड़ा है। बैंक के अध्यक्ष एमके शर्मा ने पूर्व में ही कहा था कि बैंक बोर्ड के अपने सीईओ चंदा कोचर पर पूरा भरोसा है। जब हिन्दुस्थान समाचार ने बैंक के प्रवक्ता कौशिक दत्ता से खंडन पर बात की तो उन्होंने कहा कि बैंक प्रबंधन किसी जांच के दौरान चंदा कोचर को बैंक प्रबंधन से दूर रखना नहीं चाहता है और यह बैंक प्रबंधन का अधिकार है। हिन्दुस्थान समाचार/एमके प्रमोद/राधा रमण