असम में जहरीली शराब से मृतकों की संख्या 99 हुई

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गोलाघाट/जोरहाट, 23 फरवरी (हि.स.)। असम में हाहाकार मचा है। जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। राज्य के आबकारी मंत्री परिमल शुक्लवैद्य ने शनिवार की सुबह मृतकों की संख्या 82 बताई थी, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 99 हो चुकी है। मामले को लेकर मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ब्रह्मपुत्र राज्य अतिथिशाला में शनिवार की सुबह एक आवश्यक बैठक की गई है। बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और कई अन्य उच्च पदाधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने का निर्देश दिया है, वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने सुबह-सुबह जोरहाट मेडिकल कालेज अस्पताल (जेएमसीएच) पहुंचकर पीड़ितों का हालचाल जाना और अधिक से अधिक सहूलियत उपलब्ध कराने को कहा है।
राज्य के दो जिलों में जहरीली शराब का कहर बरपा है। गोलाघाट के विभिन्न स्थानों और जिला सदर अस्पताल में मरने वालों की संख्या 46 हो गई है, जबकि जोरहाट जिले के बरहोला गांव में बीती रात आठ लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा जोरहाट मेडिकल कालेज अस्पताल में 45 लोगों ने दम तोड़ दिया। इनमें से 23 लोग गोलाघाट जिले के बताये गए हैं और 22 व्यक्ति जोरहाट जिले के बरहोला के निवासी थे। दोनों जिलों को मिलाकर मौत का यह यह आंकड़ा 99 पहुंच गया है। इसके अलावा जोरहाट मेडिकल कालेज अस्पताल (जेएमसीएच) में कुल 184 लोग भर्ती हैं और गोलाघाट जिला सदर अस्पताल में 27 लोगों का इलाज चल रहा है। यहां इलाजरत कुछ लोगों को शनिवार को जेएमसीएच रेफर कर दिया गया है।
राज्य के स्वास्थ्य आदि मामलों के मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा शनिवार की सुबह जोरहाट मेडिकल कालेज अस्पताल (जेएमसीएच) पहुंचे। इलाजरत लोगों का हालचाल जाना। चिकित्सकों से अस्वस्थ लोगों को सभी तरह की आवश्यक चिकित्सा सेवा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। इसके बाद डॉ विश्वकर्मा गोलाघाट जिला सदर अस्पताल पहुंचे। वहां भर्ती लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से करने वालों के परिजनों को सरकार आर्थिक राहत राशि देगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल शीघ्र ही करेंगे।
पुलिस ने इस मामले की जांच-पड़ताल करते हुए जोरहाट जिले के बरहोला से अवैध देसी शराब के दो कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में गड़ाजान मिसिंग गांव का रमेश टाइड और भोलारामा पायेंग शामिल है। सूत्रों का कहना है कि दोनों आरोपितों की बेची गई शराब से बरहोला में कुल 30 लोगों की मौत हुई है, जबकि अभी कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं। उधर गोलाघाट जिले में जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत के विरोध में स्थानीय लोगों ने राज्य के आबकारी मंत्री परिमल शुक्लवैद्य का पुतला फूंककर विरोध जताया है। इस बीच गोलाघाट जिला प्रशासन ने नुमलीगढ़ में अवैध देसी शराब के विरुद्ध अभियान चलाया। मूरफुलनी, श्यामरायपुर के साथ नाहरबारी चाय बागान में देसी शराब बनाने की कई भट्ठियों को नष्ट कर दिया गया है।
गोलाघाट मध्य मंडल के डीआईजी दिलीप देव ने जिला अस्पताल पहुंचकर मामले की जानकारी ली है। उनके साथ पुलिस अधीक्षक और चिकित्सा अधीक्षक भी मौजूद थे। देव ने कहा है कि मामले में अगर आबकारी विभाग की लापरवाही पायी गई तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कहा कि इलाके में लाली गुड़ (चोट) से शराब बनाने वाले व्यवसायियों के विरुद्ध भी अभियान तेज किया जाएगा।

 


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