अफगानिस्तान और सीरिया से अमेरिकी सेना की वापसी तय : ट्रम्प
वाशिंगटन, 04 फरवरी (हि.स.)| राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को एक बार फिर कहा कि अफगानिस्तान और सीरिया में अब और अधिक समय तक अमेरिकी सेनाओं की तैनाती का कोई औचित्य नहीं है। यह कभी भी खत्म नहीं होने वाली लड़ाई है। ‘सीबीसी’ के साथ ‘फेस टू नेशंस’ पर वार्ता में ट्रम्प ने कहा कि अमेरिकी प्रतिनिधि जलमय खलीलजाद और तालिबान के बीच वार्ता चल रही है। इसके परिणाम भी सुखद आ रहे हैं। इसके बावजूद अफगानिस्तान में कुछ भी घटित होता है, तो अमेरिकी खुफिया एजेंसी की नजर तो बनी रहेगी। अफगानिस्तान में अमेरिका के 14000 जवान हैं, जो अफगानिस्तान की सेना और वहां की खुफिया एजेंसी की ट्रेनिंग में जुटे हैं। अभी हाल में ट्रम्प ने अफगानिस्तान से आधे अर्थात सात हजार सैनिकों की घर वापसी का मंतव्य प्रकट किया था| हालांकि अमेरिकी सैनिकों की घर वापसी की तिथियां घोषित नहीं की गयी हैं। सीरिया के उत्तर पूर्व में अमेरिका के दो हजार सैनिकों की वापसी को लेकर रक्षा मंत्री जिम मैटिस त्याग पत्र दे चुके हैं। इन सभी सैनिकों की घर वापसी के लिए राष्ट्रपति की ओर से कार्यकारी आदेश भी जारी किया जा चुका है। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि सीरिया और इराक में इस्लामिक स्टेट का सफाया हो चुका है। इसके बावजूद वह इराक से अपने सैनिक वापस बुलाना नहीं चाहते हैं। इराक में बहुत ही नायाब सैनिक हवाई अड्डा बनाया गया है, जो पड़ोसी देश ईरान पर नजरें गड़ाए हुए है।